- निजी स्कूलों में टीचर है अधिकांश परीक्षार्थी
- परिणाम घोषित न होने से डी एल एड की परीक्षा नही दे पाएंगे निजी स्कूल के टीचर
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग के 10वीं एवं 12वीं के करीब 450 विद्यार्थियों ने मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि अक्टूबर-नवंबर 2018 में एनआईओएस ने ओपन स्कूल पद्धति के तहत 10वीं एवं 12वीं कक्षा की परीक्षा ली थी जिसके परिणाम घोषित किए जा चुके हैं। परंतु रतलाम में परीक्षा केंद्र केंद्रीय विद्यालय में परीक्षा देने वाले करीब 450 विद्यार्थियों का परिणाम निराधार जांच का प्रकरण मानकर रोक लिया गया है। विद्यार्थियों ने बताया कि सामूहिक नकल मानकर उनका परिणाम रोक लिया गया है, जबकि इस मामले में न कोई केस दर्ज किया गया है और जांच में नकल की सत्यता साबित हुई है। ऐसे में उनके भविष्य के साथ जबरन की जा रही खिलवाड़ को रोका जाए। विद्यार्थियों ने बताया कि परीक्षा में सम्मिलित होने वाले ज्यादातर लोग डीएलएड की परीक्षा में देने वाले हैं, ऐसे में परिणाम घोषित नहीं करना उनके साथ गलत है। विद्यार्थियों ने मानव संसाधन मंत्री, एनआईओएस के अध्यक्ष, सचिव, परीक्षा नियंत्रक, क्षेत्रीय निर्देशक, प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय आदि को भी प्रतिलिपि दी है।