[insta-gallery id="0"]
होम Highlights इस शुक्रवार रिलीज़ हुई ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ और ‘उरी – द...

इस शुक्रवार रिलीज़ हुई ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ और ‘उरी – द सर्जिकल स्ट्राइक’ जानिए क्या है रिव्यु?

0

News  By  – नीरज बरमेचा 

11 जनवरी को 2 बड़े बैनर की मूवी आज परदे पर लगी है| एक संजय बारू की किताब पर आधारित है, तो दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक पर| इस वीकेंड यदि आप कोई फिल्म देखने का प्लान कर रहे है तो जान ले की दोनों फिल्मो में से क्या बेहतर है| दोनों फिल्मे सिनेमाघरों में अपनी अपनी जगह बनाने में कामयाब दिखती नज़र आ रही है| क्रिटिक्स के अनुसार हर भारतीय को दोनों फिल्मे एक बार जरूर देखना चाहिए|    

उरी – द सर्जिकल स्ट्राइक’ अपनी बातों को सीधे तरीके से कहने में नहीं कतराती है| उरी बेस कैंप में पाकिस्तान मे प्रशिक्षित आतंकवादी भारतीय जवानों की हत्या कर देते हैं और उसके बाद भारत बदला लेने की ठान लेता है चाहे उसका मतलब लाइन ऑफ कंट्रोल को पार करके सबक सीखाना ही क्यों न हो| ये सब तो ठीक है लेकिन फिल्म के आखिर में जब इस फिल्म का हीरो एक आतंकवादी से दो-दो हाथ करता है और उसके बाद उसके ऊपर चाकू से प्रहार करता है और उसके बाद उसकी वजह जानने को मिलती है तो वो हास्यास्पद लगता है, जी हां, वजह ये है कि पाकिस्तान के आतंकवादियों ने उसके बहनोई को मारा है| फिल्म का अकेला यही मोमेंट फिल्म को मात दे देता है| लगता है कि देश को ताक पर रख कर मामला पूरा पर्सनल कर दिया गया है| ‘उरी’ पूरी तरह से एक रिवेंज फिल्म है जिसमें दर्शकों को भारतीय सेना का एक नया रूप देखने को मिलेगा| एक ऐसा रूप जो दर्शकों ने पहले नहीं देखा है जिसमें शामिल है नाईट विजन गॉगल्स और अत्याधुनिक शस्त्र, ‘उरी’ में उतार-चढ़ाव हैं और कई जगह पर ये फिसलते हुए भी नजर आती है लेकिन शुक्र है कि निर्देशक फिल्म की लगाम इसके डंवाडोल होने के पहले एक बार फिर से पकड़ लेते हैं|

निर्देशक: आदित्य धर
कलाकार: विक्की कौशल, परेश रावल, यामी गौतम, मोहित रैना

 ‘उरी – द सर्जिकल स्ट्राइक’ रेटिंग 

  • टाइम्स ऑफ़ इंडिया  – 3.5/5
  • न्यूज़ 18  – 3 /5 

द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताब ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर आधारित है और कहना पड़ेगा कि किताब के साथ फिल्म के निर्देशक ने न्याय किया है| जाहिर सी बात है किताब के सभी कंटेंट फिल्म में समाहित नहीं हो सकते हैं लेकिन जो कुछ भी फिल्म में दिखाया गया है उसके ऊपर किसी भी तरह की लीपापोती नहीं की गई है और इसके पीछे की वजह ये है कि इस किताब को मैंने पढ़ा है| फिल्म मनमोहन सिंह के दो कार्यकाल के बारे में है जब वो देश के प्रधानमंत्री थे| पूरी फिल्म उनके मीडिया सलाहकार संजय बारू की नजरों से चलती है जिसमें अगर यूपीए सरकार की उपलब्धियों की बात की गई है तो इस बात को भी सामने लाने की कोशिश की गई है कि देश के प्रधानमंत्री भले ही मनमोहन सिंह थे लेकिन सरकार की चाबी सोनिया गांधी के हाथों में ही थी| और इन सभी के बीच में मनमोहन सिंह ने अपने खुद की एक इमेज बनाने की कोशिश की|

निर्देशक: विजय रत्नाकर गुट्टे
कलाकार: अनुपम खेर, अक्षय खन्ना, सुजान बर्नर्ट

 ‘द  एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ रेटिंग  

  • टाइम्स ऑफ़ इंडिया  – 3.5/5
  • न्यूज़ 18  – 2.5/5 

 

error: Content is protected !!