ब्रेकिंग – हिम्मत पाटीदार (कमेड़) हत्याकांड खुलासा – पहले अंडर गारमेंट्स और फिर डीएनए टेस्ट से हुयी मृतक की पहचान, जानिए क्या है पूरा मामला?

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News  By  – नीरज बरमेचा 

मुख्य बिंदु : – 

  • हिम्मत पाटीदार ही निकला हत्यारा  
  • उसी के खेत पर काम करने वाला हाली मदन मालवीय की हत्या कर हिम्मत पाटीदार हुआ फरार
  • पैसो की तंगी के चलते किया ये काम 
  • 20 लाख के क्लेम के चक्कर में मार दिया मदन मालवीय को
  • हिम्मत पाटीदार की सुचना देने पर पुलिस ने रखा दस हजार रूपये का इनाम  
  • हिम्मत पाटीदार द्वारा अपनी उधारी का रुपया चुकाने हेतु पहले अपने बीमा करवाया और फिर घटना को अंजाम दिया  

जिले के बिलपांक थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कमेड़ में हुए बहुचर्चित हिम्मत पाटीदार हत्याकांड में रतलाम पुलिस ने सोमवार को जांच के बाद चौंकाने वाला खुलासा कर दिया है|  पुलिस के अनुसार जिसे मृतक हिम्मत समझ रहे थे ,वह हाली मदन का शव निकला|  पुलिस जाँच में हिम्मत द्वारा मदन की हत्या कर चेहरा जलाने का खुलासा हुआ है| 

सोमवार को पुलिस कंट्रोल रूम पर एसपी गौरव तिवारी एवं एएसपी प्रदीप शर्मा ने इस चौकाने वाले मामले का खुलासा मीडिया के सामने किया|  एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि 23 जनवरी को सुबह 8:30 बजे 100 डॉयल पर फोन से सूचना मिली थी कि ग्राम कमेड थाना बिलपांक मे हिम्मत पाटीदार उम्र 36 साल निवासी कमेड की अज्ञात आरोपी द्वारा उसी के खेत पर हथियार से गला रेत कर नृशंस हत्या कर मृतक के चेहरे को जला दिया गया है। घटनास्थल पर मृतक के शरीर को सर्वप्रथम हिम्मत पाटीदार के पिता लक्ष्मीनारायण पाटीदार द्वारा देखे जाने पर उनके द्वारा अपने भाई के पुत्र सुरेश को अवगत कराया गया | सूचना मिलने पर तत्काल थाना बिलपांक से पुलिस बल मौके पर पहुंचा था  एवं घटना के सम्बंध मे वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया |

घटनास्थल पर एसपी गौरव तिवारी, एएसपी प्रदीप शर्मा के साथ एफएसएल अधिकारी, डॉग स्कवॉड एवं सायबर सेल के अधिकारी , कर्मचारी  जांच और निरीक्षण के लिए पहुंचे थे ।

पुलिस के अनुसार मृतक के शव का निरीक्षण करने पर पाया कि मृतक के गले पर किसी धारदार हथियार से चोट पहुंचा कर मृतक की हत्या कर पहचान छुपाने के लिये मृतक के चेहरे को जलाया गया था। मृतक के शव की पहचान उसके परिजनों द्वारा की गई । मृतक के भाई सुरेश पाटीदार की रिपोर्ट पर थाना बिलपांक पर धारा 302,201 के तहत अपराध  पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया ।

इन सब तथ्यो से टीम के सामने कई अनसुलझे सवाल थे, जैसे-

1.मृतक के जैकेट व पेन्ट की चैन खुली कैसे थी ?

2.मृतक के शरीर पर अन्य कोई स्ट्रगल मार्क नही होना ?

3.मृतक का सिर्फ चेहरा जलाया जाना ?

4.पॉकेट डायरी मे सिर्फ उन्ही तथ्यो का खुलासा करना, जिनका फायदा मृतक के परिवार को मिले जैसे बीमा, एटीएम पिन एवं एफडी. ?

5.मृतक के मोबाईल फोन से वाट्सएप्प मैसेज, कॉल रिकार्डिंग, गैलेरी मे से फोटो, वीडियो, हिस्ट्री इत्यादि डिलीट करना जबकि रात भर मोबाईल पर इंटरनेट का उपयोग किया गया हो ?

6.संदिग्ध का घटनास्थल के आसपास पहचान छुपाते हूए अपना सामान जैसे जूते, कपड़े छोड़ के जाना ?

7.हिम्मत द्वारा रात्रि मे खेत पर जाना, जिसका चश्मदीद्‌ रमेश राठौर है, परंतु हिम्मत का अपने खेत पर पम्प न चालु करना ?

जाँच में संदिग्ध मदन भी निकला गायब,और मिले सबूत 

एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि जांच के दौरान सूचना प्राप्त हुई की ग्राम कमेड का ही मदन मालवीय नाम का एक व्यक्ति जो करीब दो वर्ष पूर्व हिम्मत पाटीदार के खेत पर मजदूरी करता था। वह भी  22 जनवरी  की रात 09:30 बजे से अपने घर से खेत का बोलकर निकला था, जो अभी तक अपने घर नही पहुंचा है। उक्त तथ्य को गंभीरता से लेते हूए मदन जिस खेत पर काम करता था उस खेत पर जाकर देखने पर पाया गया कि उसके द्वारा खेत पर पानी पिलाने हेतु मोटर चालू की गई थी, किन्तु मोटर बंद नहीं की गई। जिसके बाद घटनास्थल के आसपास, मदन के खेत के आसपास, मदन के घर के रास्ते के आसपास एवं हिम्मत पाटीदार के घर के रास्ते के आसपास सूक्ष्मता से सर्चिंग कराई गई, जिसमे कई अहम सुराग मिले। घटनास्थल से करीब 500 मीटर दूर रोड़ किनारे कपड़े एवं एक जोड़ी जूते मिले जिनमे गीली मिट्टी लगी थी भी बरामद किये गये । जूतो एवं कपड़ो की शिनाख्त मदन के पिता से कराई जाने पर मदन के पिता ने जूतो का मदन का होना स्वीकारा। हिम्मत की मोटर सायकल के फूट रेस्ट पर लगी मिट्टी एवं मदन के जूतो पर लगी मिट्टी का भौतिक मिलान होना पाया गया |

पुलिस द्वारा दिया गया प्रेस नोट की प्रतिलिपि : –