पिछले पांच सालों में भारत में मोबाइल वॉलेट ट्रांजेक्शन 40 गुना हो गया है। इस कारण से दुनियाभर के सभी सेवा प्रदाता भारतीय बाजार पर नजर बनाए हुए हैं। पीएमओ में नेशनल साइबर सिक्योरिटी कॉर्डिनेटर गुलशन राय ने कहा कि मोबाइल वॉलेट ट्रांजेक्शन को बड़े पैमाने पर बढ़ाने के मामले में भारत सबसे विकसित देशों में से एक है। उन्होंने आगे कहा कि भारत में डिजिटल अर्थव्यवस्था विश्वभर की औसतन दर से 1.5 फीसदी तेजी से बढ़ रही है। वर्तमान में डिजिटल अर्थव्यवस्था वैश्विक जीडीपी की लगभग 15 फीसदी है। भारत में यह देश की जीडीपी की आठ फीसदी है और यह 2025 तक बढ़कर जीडीपी के 30 फीसदी तक पहुंच जाएगी। अनुमान के अनुसार, 2030 तक डिजिटल अर्थव्यवस्था वैश्विक जीडीपी के 60 फीसदी तक पहुंच जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि इस क्षेत्र में वृद्धि की रफ्तार आश्चर्यचकित करने वाली है। साथ ही कहा कि आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस (एआई) ने भी अपनी मौजूदगी से चौंकाया है। आज के समय में बिना एआई इंजन वाला उपकरण मिलना बहुत मुश्किल है।