News By – विवेक चौधरी
लोकसभा निर्वाचन 2019 के सातवें एवं अंतिम चरण के मतदान का कार्य 19 मई को पूर्ण हुआ। शाम को मतदान समाप्त होते ही सभी समाचार चेनल्स एवं सर्वे एजेंसीज द्वारा एग्जिट पोल जारी करने के बाद राजनैतिक दलों एवं समर्थकों में EVM की प्रामाणिकता पर बहस छिड़ गई। अधिकांश पोल में भाजपा नेतृत्व वाली NDA को पुनः सत्ता पर काबिज होते हुए बताया गया है और जैसे विगत कई वर्षो से हो रहा है कि जब भी भाजपा चुनाव जीतती है या जीतते हुए नज़र आती है तो विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा EVM की प्रामाणिकता पर सवाल उठाए जाने शुरू हो जाते है। इस बार के एग्जिट पोल के सामने आते ही यह क्रम पुनः शुरू हो गया हैं। इसी बीच चुनाव आयोग ने यह स्पष्ट करने का पुनः यथासंभव प्रयास किया है कि उसे EVM द्वारा मतदान प्रक्रिया पर कहीं कोई अविश्वास एवं चिंता नही है। वह निर्भीक एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए कटिबद्ध है। उसने अपने ट्वीट में “हैशटैग के साथ आई ट्रस्ट EVM” लिखा है।
आज सुबह चुनाव आयोग के ट्वीटर हैंडल से एक ट्वीट के माध्यम से यह सूचित करते हुए बताया कि EVM के सुरक्षा, स्ट्रांग रूम में रखरखाव के साथ मतगणना सम्बन्धित शिकायत एवं समस्या के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। ट्वीट में लिखा गया कि “A dedicated 24 hour control room has been set up to respond to any complaints related to EVM. You can call at 011 23052123. #ITrustEVM” यदि किसी को इस संदर्भ में कोई शिकायत या समस्या है तो चुनाव आयोग द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 011-23052123 की मदद ले सकते है। ट्वीट में चुनाव आयोग प्रवक्ता शेफाली शरण, सूचना एवं प्रसारण ब्यूरों, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, पीटीआई एवं दूरदर्शन को भी टैग किया गया है। रतलाम कलेक्टर के ट्वीटर हैंडल द्वारा भी इसे रिट्वीट किया गया है।