शनिवार को जिन राज्यपालों को नए राज्यों की जिम्मेदारी सौंपी गई, उनमें से अब तक बिहार के राज्यपाल पद की शोभा बढ़ा रहे लालजी टंडन भी एक हैं। लालजी टंडन को मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मध्यप्रदेश की राजयपाल आनंदी बेन को उत्तरप्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है|
Lal Ji Tandon, Governor of Bihar is transferred and appointed as Governor of Madhya Pradesh, Phagu Chauhan as Governor of Bihar, RN Ravi as Governor of Nagaland. The appointments will take effect from the dates they assume charge of their respective offices. https://t.co/EmPQixDg46
— ANI (@ANI) July 20, 2019
आपको बता रहे हैं भाजपा के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के नए राज्यपाल लालजी टंडन के बारे में-
- लालजी टंडन का जन्म 12 अप्रैल, 1935 में हुआ था। अपने शुरुआती जीवन में ही लालजी टंडन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए थे।
- उन्होंने स्नातक तक पढ़ाई की है। इसके बाद 1958 में लालजी का कृष्णा टंडन के साथ विवाह हुआ। उनके बेटे गोपाल जी टंडन इस समय उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री हैं।
- संघ से जुड़ने के दौरान ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से उनकी मुलाकात हुई। लालजी शुरू से ही अटल बिहारी वाजपेयी के काफी करीब रहे।
- लालजी टंडन खुद कहते हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी ने राजनीति में उनके साथी, भाई और पिता तीनों की भूमिका अदा की।
- इनका राजनीतिक सफर साल 1960 में शुरू हुआ। टंडन दो बार पार्षद चुने गए और दो बार विधान परिषद के सदस्य रहे। उन्होंने इंदिरा गांधी की सरकार के खिलाफ जेपी आंदोलन में भी बढ़-चढकर हिस्सा लिया था।
- लालजी टंडन को उत्तर प्रदेश की राजनीति में कई अहम प्रयोगों के लिए भी जाना जाता है। 90 के दशक में प्रदेश में भाजपा और बसपा की गठबंधन सरकार बनाने में भी उनका अहम योगदान माना जाता है।
- 1978 से 1984 तक और 1990 से 96 तक लालजी टंडन दो बार उत्तर प्रदेश विधानपरिषद के सदस्य रहे। इस दौरान 1991-92 की उत्तर प्रदेश सरकार में वह मंत्री भी रहे।
- इसके बाद लालजी 1996 से 2009 तक लगातार तीन बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। 1997 में वह नगर विकास मंत्री रहे।
- साल 2009 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के राजनीति से दूर होने के बाद लखनऊ लोकसभा सीट खाली हो गई। इसके बाद भाजपा ने लालजी टंडन को ही यह सीट सौंपी।
- लोकसभा चुनाव में लालजी टंडन ने लखनऊ लोकसभा सीट से आसानी से जीत हासिल की और संसद पहुंचे।
- लालजी टंडन को साल 2018 में बिहार के राज्यपाल की जिम्मेदारी सौंपी गई थी और अब उन्हें मध्यप्रेदश का राज्यपाल बनाने की घोषणा की गई है।