माँ का पहला गाढा पीला दूध शिशु के लिए अमृत के समान, विश्‍व स्‍तनपान सप्‍ताह के संबंध में मीडिया कार्यशाला का आयोजन

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News by  – नीरज बरमेचा 

(www.newsindia365.com) रतलाम 3 अगस्‍त 19 । रतलाम के पुराना कलेक्‍टोरेट परिसर पर विश्‍व स्‍तनपान सप्‍ताह के संबंध में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग सुनीता यादव ने बताया कि विभाग द्वारा स्‍तनपान के लाभ की जानकारी एवं सामुदायिक जागरूकता के लिए 1 अगस्‍त से 7 अगस्‍त तक विश्‍व स्‍तनपान सप्‍ताह मनाया जा रहा है। अभियान में गर्भवती एवं धात्री माताओं को स्‍तनपान संबंधी परामर्श दिया जा रहा है| 

कार्यक्रम में शिशु के जन्‍म के 1 घंटे के भीतर स्‍तनपान, छ: माह तक केवल स्‍तनपान, छ: माह बाद पूरक पोषाहार, दो वर्ष तक स्‍तनपान जारी रखने की सलाह दी जा रही है। न्‍यूट्रिशनल इन्‍टरनेशनल के आशीष पुरोहित ने बताया कि रतलाम जिले में 85 प्रतिशत से अधिक संस्‍थागत प्रसव होने के बावजूद शीघ्र स्‍तनपान की दर केवल 19.5 प्रतिशत ही है  जिसके लिए काफी प्रयास करना होंगे । स्‍वस्‍थ भारत प्रेरक भावना अरोरा ने बताया कि मां का पहला गाढा दूध शिशु के लिए पहला टीका है, यह रोगों से लडने की क्षमता रखता है और मां-बच्‍चे में स्‍नेह स्‍थापित करता है । इसमें सभी आवश्‍यक पोषक तत्‍व विद्यमान होते हैं, इसलिए हर बच्‍चे के लिए अनिवार्य है ।

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के आशीष चौरसिया ने बताया कि स्‍तनपान संबंधी व्‍यवहारों को अपनाने से शिशु मृत्‍यु दर में 13 प्रतिशत तक की कमी तेजी से लाई जा सकती है। सहायक संचालक अंकिता पंडया ने बताया कि आगामी मंगल दिवस कार्यक्रमों में महिलाओं को फ्रेंडशिप बेल्‍ट बांधकर जागरूकता लाई जाएगी। कार्यक्रम में सीडीपीओ सहित सुपरवाईजर प्रेरणा तोगडे, डिप्‍टी मीडिया अधिकारी सरला कुरील, सुपरवाईजर एहतेशाम अंसारी एवं अन्‍य मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे ।

निजी नर्सिंग होम संचालकों के साथ स्‍तनपान कार्यशाला संपन्‍न

रतलाम 3 अगस्‍त 2019। रतलाम के पुराना कलेक्‍टोरेट परिसर पर विश्‍व स्‍तनपान सप्‍ताह के संबंध में निजी नर्सिंग होम संचालकों के साथ कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग सुनीता यादव ने बताया कि जिले में गर्भवती माताओं और धात्रीमाताओं द्वारा निजी नर्सिंग होम में भी जांच उपचार कराया जाता है, इसलिए सभी के सहयोग से स्‍तनपान के उचित व्‍यवहारों को बढावा मिल सकता है ।

कार्यशाला में निजी चिकित्‍सक डॉ. ओनिल सर्राफ ने बताया कि लोगों में जागरूकता लाने के लिए गर्भावस्‍था के अंतिम त्रैमास में महिलाओं को परामर्श प्रदान करना चाहिए और स्‍तनपान का सही तरीके की जानकारी दी जाना चाहिए । स्‍तनपान के लिए आने वाली अडचनों की पहचान करके पहले ही समाधान कर लेना चाहिए । प्रायवेट अस्‍पताल के चिकित्‍सकों ने आश्‍वस्‍त किया कि उनके द्वारा उचित माध्‍यमों से स्‍तनपान व्‍यवहारों को बढावा देने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे एवं सभी प्रसव मामलों में शीघ्र स्‍तनपान (शिशु जन्‍म के पहले घंटे के भीतर स्‍तनपान) सुनिश्चित किया जाएगा ।

सहायक संचालक अंकिता पंडया ने सुझाव दिया कि निजी चिकित्‍सकों को उपचार  पर्ची पर तथा डिस्‍चार्ज कार्ड पर स्‍तनपान संबंधी संदेश अंकित कराकर प्रचार प्रसार करना चाहिए। कार्यशाला में सीडीपीओ, सुपरवाईजर प्रेरणा तोगडे, मीडिया अधिकारी आशीष चौरसिया, डिप्‍टी मीडिया अधिकारी सरला कुरील, सुपरवाईजर एहतेशाम अंसारी एवं अन्‍य मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे ।