समाज में वैदिक राखी के माध्यम से जन जन के मन में स्वदेश प्रेम की भावना जाग्रत कर विदेशी का बहिष्कार करना और रक्षाबंधन का पर्व वैदिक विधि से मानना श्रेष्ठ माना जाता हे| शास्त्रानुसार राखी के निर्माण में पांच वस्तुएं दूर्वा,अक्षत, केसर, चन्दन और सरसों के दाने शामिल हे| इन सभी को रेशमी कपड़े में बांधकर राखी बनाई जाती हे !इसी के तहत सरस्वती शिशु विद्या मंदिर काटजू नगर में बालिका शिक्षा के माधयम से बालिका शिक्षा प्रमुख श्रीमती प्रतिमा सिंह व सुश्री पूजा जोशी द्वारा बहनों के लिए राखी निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया|
बहनों ने लगभग एक हजार राखियों का निर्माण किया| इसका उद्देश्य जन जन तक इसके महत्व को बताना हे| इसे जनमानस के अवलोकन के लिए दिनांक १०-०८-२०१९ को प्रातः १० बजे से लेकर ०१ बजे तक सुयश इंटर प्राइजेस के सामने राम मंदिर पर स्टाल पर बालिका द्वारा विक्रय की जाएगी ! समस्त जनों में अनुरोध है कि अधिक से अधिक संख्या में पधारकर बहिनों द्वारा निर्मित कार्य को प्रोत्साहित करें|