मुख्यमंत्री कमलनाथ के कैबिनेट में श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने अपनी ही सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया है। सिसोदिया गुना में एक कार्यक्रम को बतौर मुख्यअतिथि संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन के दौरान सिसोदिया ने कहा कि मैं अभी एक साल से मंत्री हूं, लेकिन हम औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कुछ नहीं कर सकते, मैं खेद व्यक्त करता हूं। आज आपने मुझे यहां बुलाया और मुझे आपके साथ बोलने का अवसर मिला। इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि हम गुना के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, एमपी सरकार के रूप में करेंगे।
MP Minister MS Sisodiya in Guna: I’ve been a minister for a year now but we couldn’t do something to give boost to industrial sector, I express my regret. You called me here today & I got the opportunity to speak with you, we’ll do whatever we can for Guna, as MP government.(2.2) pic.twitter.com/UemsJrXZhI
— ANI (@ANI) February 3, 2020
बता दें कि इससे पहले 13 जनवरी को सिसोदिया ने कहा था कि मैं महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया का चमचा हूं और जीवन पर्यंत रहूंगा। इसमें दिक्कत ही क्या है और मुझे इस बात पर गर्व है। उन्होंने मीडिया के साथ बातचीत में कहा था कि कल तक सांसद केपी यादव (गुना के भाजपा सांसद) सिंधिया का चमचा नहीं थे क्या? वह महाराज की गाड़ी के पीछे नहीं दौड़ते थे क्या? उन्होंने कहा कि इसमें कौन सी बात है। महाराज ने मुझे टिकट दिया। मेरा जीवन संवारा, मुझे कैबिनेट मंत्री बनाया। मीडिया से बात करते हुए जब भाजपा सांसद द्वारा उनको सिंधिया का गुलाम कहने के बारे में प्रतिक्रिया पर पूछा गया तो सिसोदिया ने कहा था कि उन्होंने मुझे गुलाम नहीं चमचा कहा था।
उन्होंने कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि मैं इतने बड़े कद के व्यक्ति का चमचा हूं। मैं तो चाहूंगा कि आप मुझे कढ़ाई भी कहो। चमचा कढ़ाई इकट्ठी साथ में कह दो। मंत्री ने कहा मैं हूं तो हूं इसमें क्या बात है और जीवन पर्यन्त रहूंगा, अपने जीवन की आखिरी सांस तक रहूंगा। मैं राजनीति छोड़ दूंगा लेकिन महाराज सिंधिया को नहीं छोडूंगा।