कमलनाथ सरकार से कई मुद्दों पर गतिरोध होने के कारण वर्तमान पुलिस महानिदेशक वीके सिंह की विदाई तय मानी जा रही है। इनके स्थान पर राजेंद्र कुमार को मध्यप्रदेश पुलिस का नया चीफ बनाया जा सकता है। बता दें कि राजेंद्र कुमार वर्तमान में डीजी साइबर के पद पर नियु्क्त हैं। इसके अलावा वे हाईप्रोफाइल हनी ट्रैप मामले की जांच कर रही एसआईटी के प्रमुख भी हैं।
सोमवार को राज्य सरकार हाई कोर्ट में नए डीजीपी को लेकर अपना जवाब दाखिल करेगी। बता दें कि कमलनाथ सरकार ने इस पद के लिए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा भेजे तीन नामों के पैनल को अस्वीकार कर दिया था। इसके बाद नए डीजीपी के नाम का औपचारिक एलान संभव है।
वर्तमान डीजीपी वीके सिंह को क्या जिम्मेदारी दी जाएही यह अभी तय नहीं हुआ है। वीके सिंह कमलनाथ सरकार के एक साल के कार्यकाल में पद से हटाए जाने वाले दूसरे डीजीपी होंगे। इससे पहले कमलनाथ ने मुख्यमंत्री का पद ग्रहण करने के बाद उस समय के डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला को हटा दिया था। जिन्हें बाद में सीबीआई का प्रमुख बनाया गया।
डीजीपी वीके सिंह को हटाने के ये रहे कारण
राजगढ़ कलेक्टर द्वारा एक पुलिस अधिकारी को मारे गए थप्पड़ कांड को लेकर राज्य सरकार डीजीपी वीके सिंह से नाखुश थी। उन्होंने खुद पत्र लिखकर राज्य सरकार से कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई को कहा था।हनीट्रैप एसआईटी चीफ नियुक्ति विवाद
मध्यप्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप कांड की जांच के लिए गठित एसआईटी के प्रमुख की नियुक्ति को भी लेकर राज्य सरकार ने नाराजगी जाहिर की थी। बताया जाता है कि डीजीपी ने सरकार से बातचीत के बिना एसआईटी चीफ बना दिया था। जिसे सरकार ने 48 घंटे में बदल दिया था।
पुलिस कमिश्नर प्रणाली पर विवाद
मध्यप्रदेश के बड़े शहरों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली को लागू करने को लेकर भी कई मुद्दों पर राज्य सरकार और डीजीपी के बीच मतभेद थे। इस मुद्दे पर आईएएस और आईपीएस एसोसिएशन में भी एक राय नहीं बन सकी थी।