News By – नीरज बरमेचा (Chief Editor)
- कलेक्टोरेट में आयोजित बैठक के दौरान किया आह्वान
रतलाम, 2 जून। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार ने लाकडाऊन के 4 चरण पूर्ण कर भरपूर प्रयास किए हैं। अब जनता की बारी है। अनलॉक-1 के दौरान आमजन की जनजागृति ही इस महामारी पर विजय दिलाने में कारगर हो सकती है। सामाजिक संस्थाएं रतलाम शहर में वार्ड-वार्ड में जाकर जनजागृति फैलाए, एक-एक संस्था कम से कम एक-एक वार्ड का बीड़ा उठाएं।
यह आह्वान शहर विधायक चेतन्य काश्यप ने कलेक्टोरेट सभागार में हुई बैठक में किया। कलेक्टर रूचिका चौहान की उपस्थिति में आयोजित इस बैठक में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए श्री काश्यप ने कहा कि कोरोना के खिलाफ रतलाम ने पूरी शिद्धत से जंग लड़ी है। इसमें कलेक्टर रूचिका चौहान के नेतृत्व में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग एवं मेडिकल टीमों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। सामाजिक संस्थाओं ने भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह बखूबी किया है। नतीजतन रतलाम आसपास के शहरों के मुकाबले बेहतर स्थिति में रहा।
काश्यप के अनुसार हाल ही में शहर के घनी आबादी एवं व्यावसायिक क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के जो मामले आए हैं और एक सप्ताह के दौरान ही कोरोना से 2 लोगों की मौत होना बड़ी चिंता का विषय है। इस खतरे को भांपकर अब सभी शहरवासियों को इस महामारी से बचाव के लिए जागृत करना जरूरी है।
काश्यप ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए 2 गज की दूरी, मास्क का उपयोग एवं सेनेटाईज्रेशन के साथ हाथों की सफाई का होना जरूरी है। सामाजिक संस्थाएं इसके लिए वार्ड स्तर पर घर-घर जाकर लोगों में जागृति फैलाएं तो बहुत हद तक इस महामारी की रोकथाम हो सकेगी। उन्होंने शहरवासियों को कोरोना से बचाव के लिए अनलॉक-1 के दौरान लाकडाऊन के नियमों का पालन कर आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलने हेतु भी जागृत करने का आह्वान किया। बच्चों एवं बुजुर्गों की सावधानीपूर्वक देखरेख करना भी आवश्यक है। उन्होंने सामाजिक संस्थाओं से इस संबंध में योजनाबद्ध कार्य करने की अपील की। बैठक के आरंभ में कलेक्टर रूचिका चौहान ने भी संबोधित किया। उन्होंने अनलॉक-1 की व्यवस्थाओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान कई संस्थाओं के प्रतिनिधिगण, अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।