News By – नीरज बरमेचा (Chief Editor)
सैलाना विधानसभा के रावटी क्षैत्र में दिनदहाड़े पुलिस की मौजूदगी में जमीन विवाद में एक ही पक्ष के तीन लोगों की हत्या होना राज्य में कानून व्यवस्था के ध्वस्त होने का संकेत है। कोरोना काल के बीच भी राज्य शासन के लचर रवैये कानून व्यवस्था पूरी बिगड़ चुकी है। इससे हर एक आम जन के मन में भय व्याप्त होने लगा है। जिस तरह रावटी में पूरा घटनाक्रम पुलिस की जानकारी और मौजूदगी में हुआ वह गंभीर है।
यह बात सैलाना विधायक हर्षविजय गेहलोत ने कहते हुए घटना की निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने घटना के आगे गांव, क्षेत्र, जिले में कोई तनावपूर्व स्थिति का पूर्व से ही आंकलन कर नियंत्रण के उपाय करने के लिए भी कहा। गेहलोत ने कहा कि जब से प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने खरीद-फरोख्त कर सरकार पर कब्जा किया है, तब से उनका ध्यान केवल अपने ही रुठे और असंतुष्ट विधायकों को मनाए रखने, राज्यसभा और मंत्रिमंडल में ही लगा हुआ है। न तो कोरोना काल में मजदूर, गरीबों को उचित मदद मिली और न ही अन्य मुद्दों पर ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि रावटी में शुक्रवार को जिस जमीन विवाद के कारण तीन लोगों की जान चली गई वह पहले से पुलिस की जानकारी में था। आरोपियों ने फरियादी पक्ष के साथ खुलेआम धारदार हथियारों से मार काट की। यह सीधा संकेत है कि आरोपियों के मन में पुलिस या कानून का भय बिल्कुल भी नहीं है क्योंकि राज्य में अब गुंडा राज और भ्रष्ट तंत्र का ही राज है।