कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। रतलाम शहर में मरीजों के चिन्हांकन के लिए ठोस, सघन सर्वेक्षण करने की तैयारी है। सर्वेक्षण दल डोर-टू-डोर सर्वेक्षण करके मरीज चिन्हांकित करेंगे। सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार के गंभीर लक्षण दिखने पर क्वॉरेंटाइन कर सैंपल लिया जाएगा। इस संबंध में कलेक्टर रुचिका चौहान ने शुक्रवार को बैठक आयोजित की। बैठक में सर्वेक्षण के दिशा-निर्देश देने हेतु डॉक्टर्स, बीएलओ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, पैरामेडिकल स्टाफ आदि को बुलाया गया था।
मेडिकल स्टोर्स को सख्ती बरतने के दिए निर्देश
कलेक्टर रुचिका चौहान ने मेडिकल स्टोर्स को सख्ती से निर्देशित किया गया है कि जो व्यक्ति दवाई लेने आते हैं, उनके नाम, पते मोबाइल नंबर नोट किए जाकर जिला चिकित्सालय को उपलब्ध करवाए जाए। मेडिकल स्टोर से दवाई लेने वाले सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार के मरीजों की स्क्रीनिंग की जाकर सात दिवस क्वॉरेंटाइन किया जाएगा। खासतौर पर 40 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को 7 से 10 दिनों तक क्वॉरेंटाइन किया जा सकता है।
हॉट स्पॉट क्षेत्रों से आने वाले व्यक्तियों पर भी रहेंगा प्रशासन का फोकस
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि देश के हॉट स्पॉट क्षेत्रों से आने वाले व्यक्तियों पर भी फोकस किया जा रहा है, मुख्य रूप से अहमदाबाद, मुंबई, इंदौर जैसे हॉट स्पॉट क्षेत्रों के कंटेंटमेंट एरिया के नजदीकी व्यक्तियों के रतलाम आने पर उन्हें संस्थागत क्वॉरेंटाइन किया जाएगा और सैंपल लिए जाएंगे।