जानिए किसने और क्यों मेडिकल कॉलेज में 750 बेड का हॉस्पिटल शुरू करने की मांग की….

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News By – विवेक चौधरी 

रतलाम 8 अगस्त 2020 (न्यूज़ इंडिया 365). रतलाम जिले में कोविड-19 के चलते चिकित्सा सुविधाओं पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लग गया हैं। निजी एवं सरकारी अस्पतालों में उचित उपचार के अभाव में दम तोड़ती जिंदगी एवं बड़े अस्पताल हेतु बाहर बड़ी जगहों पर जाने के लिए मजबूर होते शहरवासी, ऐसे प्रकरणों के आरोप आये दिन लग रहे है। शहर के बड़े अखबारों में यह समाचार आये दिन आ रहे है। कोरोना वायरस के कहर के साथ ही जिले के लिए मेडिकल कॉलेज एक सौगात के रूप में उभरा था। लेकिन विगत समय मे हुए कुछ प्रकरणों से इसकी छवि भी धूमिल होनी प्रारम्भ हो गई है। जिसको लेकर शहर विधायक चैतन्य कश्यप एवं जावरा विधायक राजेन्द्र पाण्डेय भी आपत्ति दर्ज कर चुके है।

जिला कलेक्टर रुचिका चौहान भी इस मुद्दे पर चिंता जता चुकी है। तथा प्रशासनिक स्तर पर कोशिश कर रही है। लेकिन इतिहास गवाह है कि रतलाम के चिकित्सा जगत पर मंडराती काली छाया हमेशा मंडराती ही रही है। कोविड से निगेटिव हुए तथा अन्य गंभीर मरीजों को निजी अस्पतालों में इलाज ना मिलने के आरोप कोई नए नहीं है। मेडिकल कॉलेज में कोविड के अतिरिक्त किसी अन्य मरीज को ना देखने की बात भी सामने आई है। शुरुआती दिनों के पश्चात अब तो कोविड मरीज भी असंतोष व्यक्त कर रहें है। मेडिकल कॉलेज के डीन अपने चिकित्सकों को सरकारी ड्यूटी के समय निजी प्रैक्टिस ना करने के लिए भी पत्र जारी कर चुके है। लेकिन अभी दिल्ली दूर ही लग रही है। शायद यह चिकित्सा मामलों के लिए शहर का दुर्भाग्य ही है।

पूर्व गृहमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री से की मांग

इसी बीच पूर्व भाजपा गृहमंत्री हिम्मत कोठारी ने मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिख कर मांग की है कि रतलाम जिले में 150 सीट वाले शासकीय मेडिकल कॉलेज को प्रारंभ हुए 3 वर्ष हो चुके है। नियमानुसार 03 वर्ष पूर्ण होने पर मेडिकल कॉलेज में 750 बिस्तरों का अस्पताल भी प्रारंभ होना चाहिए था, जो कि नही हुआ है। आवश्यक मेडिकल स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर चिकित्सालय प्रारंभ किया जाना अति आवश्यक है। हिम्मत कोठारी ने आगे कहा है कि मेडिकल कॉलेज के उदघाटन के अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान ने घोषणा की थी कि मेडिकल कॉलेज का चिकित्सालय सुपर स्पेशलिटी एवं अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित होगा। बिल्डिंग बनकर तैयार है, मशीनें उपकरण खरीद कर इसका जल्द से जल्द प्रारंभ किया जाना चाहिए। हिम्मत कोठारी ने यह भी कहा कि कोविड-19 की गंभीरता और लंबे समय तक इसके प्रभाव रहने के मद्देनजर मेडिकल कालेज में कोविड के मरीजों के लिए 100 बिस्तरों का अलग वार्ड ही प्रारंभ किया जाए। रतलाम मेडिकल कॉलेज में चिकित्सालय  प्रारंभ होने से रतलाम के साथ साथ झाबुआ, धार, मंदसौर, नीमच एवं बांसवाड़ा जिले के लोगों को भी इस चिकित्सालय का लाभ प्राप्त होगा।