News By – नीरज बरमेचा
रतलाम 19 अक्टूबर 2020। लॉक डाउन के प्रतिबंधों की वजह से अनेक छोटे बड़े व्यापारियों पर आर्थिक मार पड़ी थी, अब इन्ही लोगों पर पुलिस प्रशासन की सख्ती की गाज गिर रही है। बताया जा रहा है कि शहर में रात्रि के समय कुछ पुलिस वाले घूम घूमकर दुकानें बंद करवा रहे है, जबकि ऐसा करने के वाजिब वजह एवं लिखित आदेश की कोई जानकारी नहीं है। उल्लेखनीय है कि विगत दिनों जनसंपर्क विभाग द्वारा एक आदेश की जानकारी दी गई थी, जिसके अनुसार “अपर मुख्य सचिव डॉ. राजौरा ने बताया था कि 18 सितम्बर, 2020 को समस्त दुकानों को रात्रि 8 बजे तक ही खोलने संबंधी आदेश को निरस्त कर दिया गया है। अब प्रदेश में दुकानें, बाजार, मॉल अपने निर्धारित समय तक खुले रह सकेंगे। उक्त आदेश 16 अक्टूबर, 2020 से सम्पूर्ण प्रदेश में आगामी आदेश तक लागू होंगे।” लेकिन अपर मुख्य सचिव के द्वारा दी गई जानकारी के बावजूद भी व्यापारियों पर सख्ती के डंडा चलाया जा रहा है। उनकी दुकानों को बंद करने के लिए कहा जा रहा है।
न्यूज़ इंडिया 365 ने जब शहर के कुछ व्यापारियों से चर्चा की तो उनका कहना हैं कि नवरात्रि के पर्व पर मेले, गरबों इत्यादि पर प्रतिबंध लगा हुआ है। ऐसे में अपनी दुकान चलाने वाले दुकानदार दोहरी आर्थिक परेशानी झेल रहे है। इनका कहना है कि ये सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए व्यवसाय कर रहे है। लंबे लॉक डाउन की वजह से आर्थिक मंदी झेल रहे व्यवसायियों के लिए पर्व त्योहार का समय व्यवसाय के लिए राहत के समान है, अगर उसमें भी व्यवधान पैदा हुआ तो परिवार को पालने का संकट खड़ा हो जाएगा। शहर में दिनभर बैंक, बाजारों सहित अनेक स्थानों पर भीड़ लगी रहती है, जिन्हें कुछ नहीं कहा जाता है लेकिन रात को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का बावजूद हमारी दुकान बंद करवाई जा रही है। इस पर जिम्मेदार अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए, ताकि छोटे व्यापारी दोहरी आर्थिक मार ना पड़ें।