- मन में हमेशा विजेता का भाव हो तो कभी नहीं होती पराजय – प्रदीप जोशी
- खेलों से जुड़ने पर होता है व्यक्तित्व का विकास – चेतन्य काश्यप
रतलाम 13 जनवरी 2019। जीवन में स्थिति कोई भी हो, मन में भाव हमेशा विजेता का होना चाहिए। सक्सेस की रिट्रीट जिसके मन में होती है, वह कभी पराजित नहीं हो सकता। मन में हमेशा यह भाव रहनाचाहिए कि जिएंगे तो और भी लड़ेंगे। रतलाम सेव, सोना और साड़ी के लिए प्रसिद्ध है। मेरी मंशा है कि इन तीनों को पीछे छोड़कर रतलाम खेल के क्षेत्र में भी आगे बढ़े।
21वें खेल चेतना मेले के पुरस्कार वितरण एवं धन्यवाद समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के संभागीय संगठन मंत्री प्रदीप जोशी ने खेल स्पर्धाओं में शामिल हुए विद्यार्थियों को जीत का यह मंत्र दिया है। रांगोली परिसर में रविवार शाम आयोजित हुुए पुरस्कार वितरण एवं धन्यवाद समारोह में श्री जोशी ने खिलाडि़यों से कहा कि केवल खेल खेलिए, नौकरी या पुरस्कार की मंशा मत रखिए। क्योंकि खेल हो या जीवन सफल वे ही होते हैं, जो लगन जिनके मन में सक्सेस रिट्रीट का भाव होता है।
पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए खेल चेतला मेला आयोजन समिति अध्यक्ष, रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप ने समारोह में उपस्थित खिलाडि़यों, नगर के विभिन्न विद्यालयों के स्टॉफ व खेल प्रेमियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि खेलों से जुड़ने पर व्यक्तित्व का विकास होता है। खेलों का क्रम निरंतर बना रहना चाहिए। इससे मानसिक व शारीरिक विकास होता है। जरूरी नहीं कि आप बड़े खिलाड़ी बने, लेकिन जैसे जीवन के लिए पढ़ना जरूरी है, उसी तरह खेलना भी जरूरी है। बिना फिटनेस के आप वे काम नहीं कर सकते है, जो सफल जीवन के लिए आवश्यक है। खिलाड़ी मैदान को कभी नहीं भूले, निरंतरता बनी रहेगी, तो मन चाही उपलब्धि निश्चित प्राप्त होगी।
पुरस्कार वितरण समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना ने कहा कि शिक्षा के साथ खेल भी आवश्यक है। जब तक आपको अवसर नहीं मिलेंगे आप मनचाही उपलब्धियां अर्जित नहीं कर सकेंगे। खेल चेतना मेला ने रतलाम में विद्यार्थियों को खेल के क्षेत्र में अवसर प्रदान किए है। खेलों में भाग लेना हिम्मत की बात है। निरंतर प्रयास करते रहिए, खेलते रहिए, निश्चित जितेंगे।
क्रीड़ा भारती व चेतन्य काश्यप फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में रतलाम नगर में आयोजित हुए 21वें खेल चेतना मेला के पुरस्कार वितरण समारोह के आरंभ में मुख्य अतिथि प्रदीप जोशी, विशेष अतिथि विधायक दिलीप मकवाना, अध्यक्ष चेतन्य काश्यप का क्रीड़ा भारती के जिलाध्यक्ष डॉ. गोपाल मजावदिया, आयोजन समिति सचिव मुकेश जैन, जयन्त बोहरा, अशोक जैन लाला, खेल संयोजक अनुज शर्मा, बलवंत भाटी, अजित छाबड़ा, देवेन्द्र मिश्रा, प्रकाश व्यास, अश्विनी शर्मा, जगदीश श्रीवास्तव, देवेन्द्र वाधवा, प्रदीप शर्मा, सुरेश माथुर, दिनेश शर्मा, अश्निनी जैन, राकेश शर्मा, अमरीक राणा, मनीष जोशी, राजा राठौर, संजय शर्मा, लक्ष्मण राठौड़, आर.सी. तिवारी, गुलाम मोहम्मद, विरेन्द्र गुर्जर व जितेन्द्र राणावत द्वारा स्वागत किया गया। स्वागत उदबोधन डॉ. गोपाल मजावदिया ने दिया। खेल प्रतिवेदन सचिव मुकेश जैन द्वारा प्रस्तुत किया गया। पुरस्कार वितरण समारोह का संचालन अब्दुल सलाम खोकर द्वारा किया गया। समापन अवसर पर आभार प्रदर्शन सचिव जयन्त बोहरा ने माना। खेल संयोजक आर.सी. तिवारी ने अवरोहित ध्वज अतिथियों को सौंपा। अतिथियों द्वारा आयोजन समिति के अध्यक्ष चेतन्य काश्यप को अगले वर्ष पुनः आयोजन के लिए यह ध्वज सौंपा गया है।
खेल चेतना मेला की खास बातें –
9 से 12 जनवरी के बीच शहर के 7 खेल मैदानों पर आयोजित हुए स्पर्धाएं
शहर के 77 स्कूलों के 4 हजार से ज्यादा विद्यार्थी हुए शामिल
15 खेलों में विद्यार्थियों ने 4 दिन तक दिखाई प्रतिभाएं
747 ट्रॉफी व मेडल प्रदान किए गए विजेता खिलाडि़यों को