डेरा सच्चा सौदा के चीफ गुरमीत राम रहीम को पंचकुला की एक स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने आजीव कैद की सजा सुनाई है| राम रहीम समेत 4 लोगों को ये सजा पत्रकार राम चंदर छत्रपति हत्या मामले में सुनाई गई है|
राम रहीम सहित सभी चार लोगों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सजा सुनाई गई है| 51 साल के राम रहीम फिलहाल रोहतक के सुनारिया जेल में 20 साल कैद की सजा काट रहे हैं| तब उनपर अनुयायी महिलाओं का रेप करने का आरोप था| राम रहीम के अलावा कुलदीप सिंह, निर्मल सिंह और कृष्ण लाल को अंबाला के जेल में हैं|
11 जनवरी को स्पेशल सीबीआई कोर्ट के जज जगदीप सिंह ने 2002 में छत्रपति की हत्या के मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था| राम रहीम सहीत चारों दोषियों को IPC की धारा 302 (हत्या) और 120B (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत मामला दर्ज किया गया था| निर्मल सिंह और कृष्ण लाल पर आर्म्स एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया था|
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पहले से ही साध्वी से यौन शोषण के मामले में सजा काट रहे हैं| गुरुवार को सजा के ऐलान को देखते हुए पजांब और हरियाणा जैसे क्षत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है|
इससे पहले अगस्त 2017 में राम रहीम को सजा सुनाए जाने के दौरान हरियाणा के सिरसा और पंचकूला में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे| 51 साल का राम रहीम अपनी दो अनुयायियों के बलात्कार के जुर्म में रोहतक की सुनारिया जेल में 20 साल की सजा काट रहा है|
क्या है पत्रकार राम चंदर छत्रपति की हत्या का पूरा मामला?
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर किशन लाल, निर्मल और कुलदीप के साथ मिलकर साजिश रचकर सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या कराने का आरोप है| आरोप है कि बाइक पर आए कुलदीप ने गोली मारकर रामचंद्र की हत्या कर दी थी, उसके साथ निर्मल भी था| छत्रपति ने अपने सांध्य कालीन समाचार पत्र पूरा सच में इस संबंध में अनाम साध्वी का पत्र प्रकाशित किया था और पूरे मामले का खुलासा किया था|
पत्रकार छत्रपति को अक्टूबर 2002 में हरियाणा के सिरसा में उनके घर में गोली मारी गई थी| वह ‘पूरा सच’ अखबार चलाते थे| छत्रपति अपने अखबार के लिए एक स्टोरी कर रहे थे| वह यह पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि गुरमीत राम रहीम के सिरसा वाले मठ में महिलाओं का शोषण कैसे हो रहा है|