News By:- विवेक चौधरी
रतलाम की जिलाधिकारी रुचिका चौहान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि विगत दिनों जिले के जावरा के बालिका गृह से भागी हुई बच्चियों के मामले में तफ्तीश करने पर बच्चियों के शोषण का मामला सामने आया है। जिसमें आरोपियों पर 376, 354, पास्को एवं जेजे एक्ट जैसे धाराओं में मामला दर्ज किए गए हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कुंदन कुटीर बालिका आश्रय गृह के संचालक ओमप्रकाश भारतीय, इनकी पत्नी रचना भारतीय, संस्था पदाधिकारी दिलीप बरैया को पुलिस ने गिरफ्तारी में लिया गया है तथा संस्था के अन्य पदाधिकारी संदेश जैन अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। बताया जा रहा है कि संस्था में आश्रय प्राप्त बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता था तथा यौन शोषण का भी मामला सामने आ रहा है। संस्था में एक बालिका गर्भवती भी है। वर्तमान में संस्थान को सील कर दिया गया है तथा सभी बच्चियों को रतलाम के वन स्टॉप सेंटर पर रखा गया है। संस्था से जुड़ी रचना भारती बाल कल्याण समिति रतलाम की मौजूदा अध्यक्षा भी हैं, जो इस समय आरोपों के घेरे में हैं। बताया जा रहा है कि इनकी नियुक्ति राजनीतिक संरक्षण एवं अनुशंसा के तहत की गई थी। पुलिस एवं प्रशासन शुरू से ही इस मामले को गंभीरता से ले रहा है तथा इसकी विस्तृत छानबीन कर रहा है।
जावरा से बच्चियों के भागने की खबर मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गयी थी। 24 जनवरी को कुंदन वेलफेयर आर्गेनाइजेशन द्वारा संचालित कुटीर कुटीर से 5 बच्चियां भाग गई थीं। जिन्हें शाम को मंदसौर से बरामद कर लिया गया था। बच्चों ने प्रताड़ना तथा भोजन नहीं दिए जाने की प्रारंभिक रूप से शिकायत की थी। जिसके लिए जावरा के अनुविभागीय अधिकारी के माध्यम से जांच कराई गई। मामले में गंभीरता पाए जाने पर बच्चियों को रतलाम के वन स्टॉप सेंटर पर स्थानांतरित किया गया था तथा खोजबीन की गई। बताया जा रहा है कि संस्था को शासन के माध्यम से लाखों रुपए की सहायता भी प्राप्त होती थी। मामला गंभीर है एवं स्तब्ध करने वाली घटना है, जिसकी पुलिस एवं प्रशासन द्वारा मामले की गहराई से छानबीन की जा रही है। इसमें नए खुलासे होने की संभावनाएं हैं।