ऐसा लग रहा है जैसे भाजपा नेतृत्व दिग्विजय सिंह के लिए भोपाल लोकसभा सीट खाली छोड़ने जा रहा है। अब तक शिवराज सिंह,नरेंद्र तोमर और उमा भारती के नाम आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि शिवराज दिग्विजय के सामने उतरना नही चाहते।लेकिन वे यह भी नही चाहते कि उमा भारती वापस भोपाल लौटें। उमा भले ही चुनाव लड़ने से इनकार कर चुकी हों लेकिन वे भोपाल से चुनाव लड़ने को तैयार बैठी हैं। पर शिवराज की टीम खाई खोद के बैठी है। नरेंद्र सिंह तोमर के नाम की अटकलें भी खूब चली।
हालांकि उनका मुरैना से टिकट हो चुका है लेकिन भोपाल से उनका नाम खूब चलाया गया। अब खबर आ रही है कि वे भी पीछे हट गए हैं। कहा कुछ भी जा रहा हो लेकिन एक तथ्य यह भी है कि दो राजपूत नेता आमने सामने चुनाव नही लड़ते हैं। नरेंद्र सिंह भला दिग्विजय सिंह के सामने कैसे उतर सकते हैं।
एक ऐय्यार का यह भी कहना है कि CM कमलनाथ ने जब दिग्विजय के सामने भोपाल से चुनाव लड़ने का बीड़ा रखा था तो दिग्विजय सिंह ने अपने “गुजरात कनेक्शन” से बात करने के बाद ही उसे उठाया था।
इसलिये यह लगभग तय है कि भोपाल में में इस बार भी चुनाव एकतरफा ही होगा। पहले बीजेपी के पक्ष में होता था इस बार कांग्रेस के पक्ष में होगा। यह अलग बात है कि अंतिम समय में मोदी (PM) और शाह की जोड़ी अपना करार तोड़ दे।लेकिन अभी तक तो ऐसा लग नही रहा है।कहा यह भी जा रहा है कि खुद अमित शाह भोपाल को अपनी दूसरी सीट बना सकते हैं।आखिर गुजराती नेता की छवि से छुटकारा भी पाना है।