नारी के सम्मान में रतलाम उतरा मैदान में… गैंगरेप के आरोपियों के खिलाफ रतलाम वासियों का आक्रोश सड़कों पर उतरा

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News By – विवेक चौधरी एवं नीरज बरमेचा

(www.newsindia365.com) रतलाम। गुरुवार 26 सितंबर को नारी की अस्मिता की लड़ाई के लिए रतलाम वासियों का आक्रोश सड़क पर उतर आया। हजारों की संख्या में शहर के सामान्य नागरिक तथा विभिन्न संगठनों के सदस्य, छात्र, युवक युवतियां और महिलाएं बालात्कार पीड़ित नाबालिग के पक्ष में पैदल शांति मार्च के रूप में उतरे। शहर के ख्यातनाम निजी अंग्रेजी स्कूल संत जोसफ कान्वेंट स्कूल की नाबालिग छात्रा के साथ उसी के सहपाठी और साथी द्वारा गैंगरेप के मामले ने पूरे शहर को झकझोर दिया था। खबर फैलने के साथ साथ शहर में आक्रोश भी फैलता गया। गुरुवार सुबह 11 बजे महलवाड़ा से घटना के विरोध में पैदल शांति मार्च निकाला गया। मार्च महलवाड़ा तिराहा, पैलेस रोड,डालु मोदी बाजार, घांसबाजार, चौमुखी पुल, चांदनीचौक सहित शहर के प्रमुख मार्गो से नारेबाजी करते हुए निकला। लोगो के हाथों में आक्रोश को व्यक्त करने वाली तख्तियां थी। जहाँ जहाँ से जब यह मार्च गुजरा तो लोग इसमें जुड़ते चले गए। मार्च के स्कूल पहुंचने पर शामिल कुछ लोगों ने वहां पथराव कर दिया। जिसके बाद कुछ देर के लिए अफरा तफरी मच गई। स्कूल के मुख्य द्वार पर बने कमरे की खिड़की एवं बाउंड्री वाल पर लगी जाली को नुकसान पहुँचा। स्कूल प्रशासन ने पहले ही अवकाश घोषित कर दिया था और आने वाले रविवार तक स्कूल अवकाश जारी रहेगा। भीड़ को संभालने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इसी बीच ज्ञापन और पुतला दहन के बाद मार्च समाप्त हो गया लेकिन कुछ प्रदर्शनकारीयों की भीड़ स्टेशन रोड़ स्थित होटल आशीर्वाद पर पहुंचने के लिए रवाना हो गई। आरोप है कि इस होटल का कमरा नाबालिग आरोपियों को घटना का अंजाम देने के लिए उपलब्ध कराया गया था। यह होटल एक कांग्रेसी नेता की संपत्ति है। जिसकी सुरक्षा के लिए पुलिस कप्तान गौरव तिवारी को लठ्ठ लेकर सड़क पर उतरना पड़ा। आलम यह रहा कि पुलिस को स्टेशन रोड पर अश्रु गैस के गोले छोड़़ने पड़े। पुलिस कप्तान होटल आशीर्वाद से हाथ मे लठ्ठ लेकर हल्के बल का प्रयोग करते हुए पहले पैदल ही दोबत्ती स्थित सज्जन प्रतिमा पहुंचे। महिलाओं की भीड़ देखकर महिला पुलिस बल को स्थिति संभालने का निर्देश देकर कान्वेंट स्कूल की ओर पैदल चल पड़े। पुलिस दल ने बल प्रयोग कर भीड़ को नियंत्रित किया। कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने पकड़ लिया जिसके विरोध में महिला मोर्चा और महिला छात्र संगठन की युवतीयां महिलाऐं धरने पर बैठ गई। बाद में पकड़े गए लोगो को पुलिस ने छोड़ा तब जाकर सब शांत हुआ।

इसी बीच अभाविप के आव्हान पर तथा अशासकीय विद्यालय संघ के निर्णय के बाद गुरुवार को शहर के सभी स्कूल-कालेज भी बंद रहे। गैंगरेप की घटना के विरोध में हजारों लोगों का सड़कों पर उतरकर विरोध करने का ऐतिहासिक प्रदर्शन दिन भर चर्चा का विषय बना रहा। प्रदर्शन के समय एक पुलिसकर्मी से भी झूमाझटकी की सूचना मिली।

होटल आशीर्वाद पैलेस पर पहुंची भीड़, आंसू गैस के गोले छोड़े

पुलिस द्वारा स्कूल से भीड़ हटाने के बाद प्रदर्शनकारी भीड़ का एक हिस्सा स्टेशन रोड स्थित उस होटल पर पहुंच गया, जहां आरपियों ने कमरा लिया था। भीड़ जैसे ही होटल पहुंची, वैसी ही एसपी गौरव तिवारी वहां पहुंचे और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग शुरु किया। यहां पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोडऩे पड़े। इसके बाद भी काफी देर तक हंगामा चलता रहा। इसके बाद एसपी गौरव तिवारी स्वंय हाथ में लट्ठ लेकर सड़कों पर निकले।