News By – विवेक चौधरी
(www.newsindia365.com) रतलाम। नाबालिग स्कूली छात्रा के साथ उसकी कक्षा में पढ़ने वाले सहपाठी और उसके दोस्त द्वारा किए गए गैंगरेप एवं ब्लैकमेलिंग के मामले में शुक्रवार को दिनभर अलग अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन एवं गहमागहमी चलती रही। गुरुवार की शाम पुलिस द्वारा आरोपियों के पुलिस रिमांड ना माँगने की वजह से अभिभाषकों से लेकर नागरिकों तक रोष की लहर दौड़ गई थी। अभिभाषाकगण विरोध में कोर्ट रूम में ही धरने पर बैठ गए। अचानक हुए इस घटनाक्रम से पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर पुनः प्रश्नचिन्ह लग गया। अभिभाषाकगण इस मसले पर गंभीर थे और तमाम विरोधों और समझौते प्रस्ताव तथा नोटिस से भी डिगे नही। वरिष्ठ न्यायाधीशो के द्वारा बातचीत की पेशकश, पुलीस अधीक्षक गौरव तिवारी द्वारा भी प्रयास किया गया। न्यायालय प्रशासन द्वारा नोटिस भी दिया गया लेकिन अभिभाषाकगण धरने पर बने रहे। इसी बीच नागरिकों का पूरा समर्थन अभिभाषकों को मिलता रहा। उन्हें पीड़िता का और शहर के बच्चों का अभिभावक की संज्ञा दी गई। सुबह न्यायाधीश साबिर अहमद खान द्वारा आरोपियों को 2 दिन की रिमांड दी गई और अभिभाषकों से खेद व्यक्त किया गया।
निष्पक्ष और त्वरित जांच के लिए एसआईटी का गठन
शुक्रवार की सुबह खबर मिली कि पुलिस विभाग द्वारा मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच के लिए एक एसआईटी का गठन भी कर दिया है। सूत्रों से खबर मिली कि 10 सदस्य एसआईटी में रतलाम सीएसपी हेमंत चौहान प्रभारी तथा औद्योगिक क्षेत्र थाना टीआई आरके सिंह, स्टेशन रोड थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा, एसआई पिंकी आकाश, एसआई विजय सागरिया और साइबर सेल के मनमोहन सिंह सहित अन्य सदस्य होंगे। इसके साथ ही पुलिस ने शुक्रवार सुबह मामले में एक और आरोपी को उसे घर से गिरफ्तार किया है। घटना के समय होटल में ड्यूटी पर रहे एक और मैनेजर दीपू चौहान को शुक्रवार सुबह पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार किया है। इस मामले में अभी तक कुल 6 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। दीपू चौहान को शाम को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जहाँ से उसे 3 दिन की पुलिस अभिरक्षा में भेज दिया गया। एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि दुष्कर्म मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। मामले की निष्पक्षता पूर्वक जाँच की जाएगी।
दिनभर जिले की कई जगहों पर घटना के विरोध में प्रदर्शन किया गया। वहीं रतलाम में अभाविप के सदस्यों द्वारा कॉन्वेंट स्कूल के मुख्य द्वार पर धरना दिया गया। बारिश में भी छात्र छात्राएं धरने पर बैठे रहे और घटना में संलिप्त सभी आरोपियों सहयोगियों को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। आशीर्वाद होटल से संबंधित जिम्मेदार लोगों पर भी कार्यवाही और गिरफ्तारी की मांग की गई। इसी बीच दूध की जली पुलिस छाछ को भी फूँक फूँककर पी रही थी। स्कूल और अन्य संभावित संवेदनशील जगहों पर पुलिस बल मुस्तैद दिखा। प्रदेश के मुखिया कमलनाथ ने भी ट्वीट कर रतलाम की घटना पर दुख व्यक्त किया। दोषियों को ना बख्शने और निष्पक्ष जांच का आश्वासन भी दिया।
प्रदेश मुख्यमंत्री कमलनाथ का ट्वीट
रतलाम नाबालिग़ दुष्कर्म की घटना बेहद निंदनीय।
इस घटना में जो भी व्यक्ति शामिल हो , उसे बख़्शा नहीं जाये। जिस भी व्यक्ति की भूमिका व दोष सामने आये , उस पर भी कड़ी कार्यवाही हो।
पीड़ित बच्ची व परिवार को पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जाये , उन्हें न्याय मिले। परिवार की हरसंभव मदद हो।— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 27, 2019