News By – विवेक चौधरी
प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में बनी कांग्रेस सरकार के अस्तित्व में आने के साथ ही भारी मात्रा में तबादले होने शुरू हो गए थे। मनमाफिक एवं अव्यवहारिक तरीके से हो रहे तबादलों पर लगातार उंगलियां उठती रही है। विपक्ष एवं आलोचक इसे तबादला उद्योग की संज्ञा देते रहे हैं तथा यह बड़ा आरोप लगता रहा है कि तबादले की आड़ में नेता अधिकारी पैसा कमा रहे हैं। उसी क्रम में चंबल क्षेत्र से ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी के एक वायरल वीडियो ने तबादला उद्योग पर हल्ला मचा दिया हैं। वीडियो में वे ट्रांसफर में पैसे लगने की बात कर रही हैं। और उसकी जगह सस्पेंड करने की बात हो रही हैं।
मामला 24 सितम्बर का बताया जा रहा है, जब मंत्री इमरती देवी ग्वालियर के डबरा अस्पताल का निरीक्षण करने आई हुई थी। यहाँ उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनसे किसी डॉक्टर की शिकायत की तो इमारती देवी ने कहा “हमसे कह रओ ट्रांसफर करा दो, हमने कई ट्रांसफर के पैसा लगेंगे, संस्पेंड करे देत हैं।” अर्थात मुझसे तबादला करने के लिए कहा गया था, तो मैंने कहा कि तबादले में पैसा लगेगा, उसकी जगह निलंबित कर देते है। वीडियो के वायरल होने से तबादला उद्योग पर प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय पर तबादले को लेकर पूर्व में भी आरोप लगते रहे हैं। यद्दपि अभी तक इस वीडियो के पुष्टि और खण्डन की कोई जानकारी सामने नही आई है। लेकिन कमलनाथ सरकार की तबादला नीति आलोचनाओं के कठघरे में रही है। आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस पर ग्वालियर में परेड की सलामी लेते समय मंत्री इमारती देवी संदेश वाचन नहीं कर पाई थी। गलतियों के साथ 2 – 4 लाइनें पढ़कर कलेक्टर महोदय को भाषण देने का कहकर पोडियम से हट गई थी। बाद में सफाई में अपनी तबियत खराब होने का हवाला दिया था।