News by – नीरज बरमेचा & विवेक चौधरी
रतलाम। लॉक डाउन 4 का अंतिम दिन रविवार 31 मई रतलाम के लिए चेतावनी लेकर आया है। एक कोरोना पॉजिटिव के कांटेक्ट ट्रेसिंग में आये 3 युवक भी कोरोना पॉजिटिव निकले। ये तीनो शहर के अलग अलग हिस्से से थे इस लिए 3 नए कन्टेनमेंट एरिया बन रहे है। निश्चित रूप से किसी व्यक्ति की चूक अथवा लापरवाही अपने क्षेत्र के लोगो के साथ साथ शहरवासियों के लिए समस्या का कारण बन जाती है। कन्टेनमेंट एरिया बनने से प्रशासन पर अनेक तरह के कार्य एवं व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी आ जाती है लेकिन उस क्षेत्र विशेष के रहवासियों को प्रतिबंधों को सामना करना पड़ता है। यह स्थिति सुखद नहीं कही जा सकती है।
अप्रैल माह की शुरआत में जब रतलाम में पहले पहल कोरोना ने दस्तक एक मृत शरीर के रतलाम आगमन के माध्यम से दी थी। उसके के बाद एक के बाद एक कई मामले सामने आए थे। उसके बाद कुछ नये जगहो पर भी मामले आये। बाहर से आये परिवार की वजह से एक ग्रामीण क्षेत्र को भी कन्टेनमेंट एरिया बनाया गया था। उसके बाद लगा था कि इस प्रकार के मामले कुछ क्षेत्र विशेष में संभावित है। लेकिन धीरे धीरे लॉक डाउन में राहत के साथ शहर की फ़िज़ा बदलने लगी। बाहर से लोग शहर में आने लगे और और साथ मे कुछ नए कोरोना पॉजिटिव मामले भी।
लॉक डाउन के शुरुआती दिनों में प्रशासन सख्त और जनता सहमी हुई थी। अब शहर में हालात बदले हुए नज़र आते है। नाईट कर्फ्यू में लोग ऐसे टहलते हुए निकलते हैं जैसे कोरोना और लॉक डाउन दोनों खत्म हो गए है। गली मोहल्ले में लोगो को गप्पे मारते और गोष्ठी करते देखना आम बात है। दिन में एक बाइक पर तीन सवारी और बिना मास्क के घूमते हुए लोग किसी भी चौराहे पर देखा जा सकते है। बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कुछ बेचारे ही नज़र आते है। शहर की जनता को समझना चाहिए कि प्रशासकीय आदेश निर्देश उनकी भलाई के लिए ही है।
सम्पूर्ण विश्व मे कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है। अकेले अमेरिका में 1 लाख लोगों की मृत्यु हुई है। अभी तक कोरोना वायरस का कोई उपचार अथवा वैक्सीन नहीं बनी है। यह वायरस अलग अलग इम्यून क्षमता वाले व्यक्ति पर अलग तरह से प्रभाव दिखाता है। हो सकता है कि आप बीमार ना पड़े लेकिन यह भी संभव है कि आपकी गलती से कोई और संक्रमित हो जाये। यह वायरस समुचित उपचार के अभाव में जानलेवा भी साबित हो सकता है। न्यूज़ इंडिया 365 सभी से अपील करता है कि प्रशासन का सहयोग करें। लॉक डाउन के नियमो का पालन करें। शारीरिक दूरी, मास्क और अन्य बचाव के साधनों को गंभीरता से लीजिए। आयुष विभाग के निर्देशों को अमल में लाते रहे। याद रखिये आपका जीवन आपके अकेले का नहीं है, उसके साथ कई और लोगो का जीवन जुड़ा हुआ है। जागरूक रहें, जिम्मेदार बनें।