News By – नीरज बरमेचा/ विवेक चौधरी
रतलाम 12 जून 2020। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की अचानक हुई वृद्धि में एक राहत की खबर आई हैं। आज कोरोना से जंग जीतकर 4 मरीज अपने घर लौट गए है। शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज के कॉविड हॉस्पिटल से रतलाम तथा जावरा की 2 – 2 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौटे।
इस दौरान कलेक्टर रुचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ संजय दीक्षित एवं पैरामेडिकल तथा नर्सेज स्टाफ उपस्थित थे। हॉस्पिटल से स्वस्थ हुए मरीजों में जावरा के गाड़ीखाना क्षेत्र की दो महिलाएं, रतलाम के टाटा नगर निवासी एक बालिका तथा रतलाम नयापुरा क्षेत्र की एक महिला सम्मिलित है। नयापुरा क्षेत्र की कोरोना पॉजिटिव महिला, जिसकी गत दिनों हॉस्पिटल में प्रसूति हुई थी वह और उसका नवजात शिशु अब स्वस्थ है। उसके साथ ही उसके शिशु का सैंपल भी नेगेटिव आया है। मेडिकल कॉलेज डीन डॉ संजय दीक्षित ने बताया कि नव प्रसूता महिला तथा उसके शिशु की कोविड- हॉस्पिटल में विशेष रूप से देखभाल की व्यवस्था की गई थी।
संकट टला नहीं, होशियार रहें।
लगातर स्वस्थ हो रहे कोरोना पॉजिटिव एवं रतलाम में लॉक डाउन खुलने से जनता को यह नहीं समझना चाहिए कि संकट टल गया है। स्मरण रहे कि अभी तक इस बीमारी की कोई आधिकारिक तौर पर दवाई नहीं खोजी जा सकी है। बचाव को उपचार का बड़ा आधार माना जा रहा है।
रतलाम शहर में कोरोना पॉजिटिव हुए एक “बाबा” की वजह से थोकबंद पॉजिटिव मिले थे। थोड़ी सी भी लापरवाही से यह बीमारी किसी को भी अपने चपेट में ले सकती है। दुकान बाजारों में बढ़ती भीड़, बिना मास्क के बेपरवाह घूमते लोग, शारीरिक दूरी को अनदेखा करने वाले किसी भी समय स्थिति को गंभीर बना सकते है। प्रशासन अपने स्तर पर प्रयासरत है। डोर टू डोर सर्वे, फ़ीवर क्लीनिक, जनजागरण इत्यादि प्रयास किये जा रहे है। लेकिन जनता की सहयोग के बिना अभी कोरोना से जीतना संभव नहीं है।