News By – नीरज बरमेचा
- पुलिस डायरी में 10 माह से फरार भाजपा नेता एवं पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष नरेंद्र सोनावा दिखे भाजपा सांसद गुमान सिंह डामोर के यहां गणपति की आरती करते हुए
रतलाम रतलाम जिले के नामली थाना अंतर्गत बहुचर्चित प्रधानमंत्री आवास घोटाला एवं कोचा तालाब घोटाले के मामले में में फरार भाजपा नेता एवं नामली पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष खुलेआम घूम रहे हैं गणेश उत्सव में आरती कर रहे हैं परंतु पुलिस को नजर नहीं आ रहे हैं कुछ ऐसा ही मामला उस समय सामने आया जब नरेंद्र कुमार सोनावा की फेसबुक वॉल पर योगेश सोनावा के द्वारा गणेश चतुर्थी के अवसर पर कुछ फोटो शेयर किये गए हैं तथा बताया गणेश उत्सव के दौरान रतलाम झाबुआ सांसद गुमान सिंह डामोर के निवास पर भाजपा नेता एवं नामली के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष नरेंद्र कुमार सोनावा आरती का लाभ लेते हुए इस आरती में सांसद गुमान सिंह डामोर के अलावा डेलनपुर जनपद सदस्य भारत सिंह जाट एवं अन्य नेतागण भी उपस्थित थे उल्लेखनीय की नरेंद्र कुमार सोनावा नामली नगर पालिका पूर्व अध्यक्ष तथा अरुण कुमार ओझा पूर्व सीएमओ नामली नगर पालिका एवं ठेकेदार सैयद अख्तर पर तहसीलदार के प्रतिवेदन के आधार पर नामली थाने में धारा 409 420 467 471 में अक्टूबर 2019 से मामला दर्ज है तथा तभी से इनको फरार बताया जा रहा है, इसके पश्चात 13 अगस्त को पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष तूफान सिंह सोनगरा एवं कांग्रेस नेता दिलीप जाट ने हाई कोर्ट में इस मामले को ले जाकर आपत्ति दर्ज कराई थी कि पुलिस की लापरवाही के कारण तीनों आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं इसके पश्चात पुलिस के द्वारा आनन-फानन में नगर पालिका के पूर्व सीएमओ एवं आरोपी अरुण ओझा को कल उनके निवास स्थान से गिरफ्तार कर लिया गया जबकि नरेंद्र सोनावा एवं ठेकेदार अभी भी फरार बताए जा रहे हैं ऐसे में फरार आरोपी नरेंद्र कुमार सोनावा का भाजपा सांसद के यहां झाबुआ में जाना एवं आरती करना तथा पुलिस को जानकारी नहीं होना चर्चा का विषय बन गया है उल्लेखनीय है कि तीनों आरोपियों पर नामली के कोचा तालाब में निर्माण के दौरान एक करोड़ 81 लाख रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप है तथा इस पर प्रकरण पंजीबद्ध है एक अन्य दूसरे मामले में प्रधानमंत्री आवास निर्माण के दौरान आप पात्रों का नाम सूची में दर्ज कर कर पहली सूची में 22 नाम तथा दूसरी सूची में 65 नाम दर्ज कर कर करोड़ों का घोटाला करने के आरोप हैं इसी के पश्चात दोनों प्रकरण में तीनों आरोपी फरार थे और अब हाई कोर्ट के द्वारा स्पष्टीकरण मांगने के पश्चात पुलिस ने पूर्व सीएमओ अरुण ओझा को तो गिरफ्तार कर लिया परंतु अपने रसूख के कारण नरेंद्र कुमार सोनावा अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं और राजनीतिक संरक्षण का लाभ उठा रहे हैं|