आज सिनेमाघरों में रिलीज हुई ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ़ झाँसी’ में कंगना के साथ दिखेंगी रतलाम की बेटी अंकिता लोखंडे

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News By – नीरज बरमेचा 

न्यूज़ इंडिया 365 से विशेष चर्चा में अंकिता द्वारा बताई गयी मुख्य बाते : –

  • चैतन्य काश्यप की कंपनी में कार्यरत थे अंकिता लोखंडे के पिता शशिकांत लोखंडे|  
  • रतलाम की लहसुन वाली सेव आज भी मुंबई में शौक से खाती है अंकिता|  
  • ज़ी सिने स्टार की खोज से शुरू हुआ अंकिता का बॉलीवुड सफर| 
  • रतलाम के अनुराग लोखंडे चचेरे भाई है अंकिता के| 
  • ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ़ झाँसी’ अंकिता की पहली डेब्यू फिल्म है|  
  • ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ़ झाँसी’ में झरकारी बाई के किरदार में नज़र आएँगी अंकिता लोखंडे 
  • फिल्म की शूटिंग राजस्थान के जयपुर, जोधपुर और उदयपुर के साथ मध्यप्रदेश के महेश्वर में भी हुयी है|  
  • फिल्म में झाँसी की रानी की हमशक्ल का रोल अदा किया है| 
  • फिल्म के लिए 45 दिनों तक घुड़सवारी, तलवारबाज़ी एवं बन्दूक चलाने के लिए प्रशिक्षण लिया|    

रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर बन रही फिल्म ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ़ झाँसी’ में रतलाम की बेटी अंकिता लोखंडे दमदार तेवर के साथ झरकारी बाई का किरदार निभाती नजर आएगी| झरकारी बाई लक्ष्मीबाई की हमशक्ल भी थी, इस कारण शत्रु को धोखा देने के लिए वे रानी के वेश में भी युद्ध करती थी|

अंकिता लोखंडे ने न्यूज़ इंडिया 365 से विशेष चर्चा करते हुए बताया कि मैं रतलाम बचपन में दादा-दादी के पास आती रहती थी, अब पापा आते रहते है और मुझे स्पेशल रतलाम की लहसुन वाली सेव काफी पसंद है, इसलिए मुंबई में भी मंगवाती रहती हूँ| अंकिता लोखंडे टीआईटी रोड निवासी लोखंडे परिवार की बेटी होकर, शशिकांत लोखंडे की लड़की है| अंकिता के चचेरे भाई अनुराग लोखंडे ने बताया की अंकल काफी समय तक रतलाम में काश्यप कंपनी से जुड़े रहे, फिर इसके बाद इंदौर चले गए| अंकिता बचपन से अपने दादा-दादी के यहाँ आती रही, माता श्वेता लोखंडे शिक्षिका है, एक बाई अर्पण लोखंडे है|

कंधे पर बन्दुक, घोड़े पर सवार 32 साल की अंकिता इस फिल्म से डेब्यू कर रही है| अंकिता ने बताया कि जी सिने स्टार की खोज कार्यक्रम में टॉप 5 में रही, उन्होंने जीटीवी का सीरियल ‘पवित्र रिश्ता’ से पहचान बनायीं थी| उन्होंने खुद को झलकारी बाई के अवतार में ढालने के लिए घुड़सवारी और तलवारबाजी और बन्दुक चलाना सीखी|  इसके लिए 45 दिन की ट्रेनिंग भी ली| फिल्म की शूटिंग राजस्थान के साथ मध्यप्रदेश महेश्वर में भी हुई है| किरदार निभाते हुए इतिहास और संस्कृति में रूबरू होने का मौका मिला| फिल्म रिलीज़ डेट 25 जनवरी 2019 को भारत के सभी प्रमुख सिनेमाघरों में लग चुकी है|  जो रतलाम के दो सिनेमा घरो में भी प्रदर्शित हो रही है| कंगना रनोत के साथ काम करने का अनुभव काफी अच्छा रहा और काफी कुछ सीखने को भी मिला|

जानिए कौन थी झरकारी बाई?
अंकिता ने बताया कि झरकारी बाई झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई का नियमित सेना रही, महिला शाखा दुर्गा दल के सेनापति थी| वे लक्ष्मीबाई की हमशक्ल भी थी, इस कारण शत्रु को धोखा देने के लिए वे रानी के वेश में भी युद्ध करती थी| अपने अंतिम समय में भी वे रानी के वेश में युद्ध करते हुए अंग्रेजो के हाथो पकड़ी गयी और रानी को किले से भाग निकलने का अवसर मिल गया| उन्होंने प्रथम स्वाधीनता संग्राम में झाँसी की रानी के साथ ब्रिटिश सेना के विरुद्ध अद्भुत वीरता से लड़ते हुए ब्रिटिश सेना के कई हमलों को विफल किया था|