News By – विवेक चौधरी & नीरज बरमेचा
- रतलाम के जिला शिक्षा अधिकारी रामेश्वर चौहान रिश्वत लेते हुए पकड़ाये|
- कलेक्टर रुचिका चौहान ने रामेश्वर चौहान को तुरंत हटाया।
- पूर्व डीईओं अमर वरधानी को प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी का प्रभार सोपा
रतलाम। जिला शिक्षा अधिकारी रामेश्वर चौहान को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया है। बताया जा रहा है कि सुखदेव पांचाल नामक व्यक्ति की शिकायत पर लोकायुक्त ने यह कार्यवाही की है। फरियादी सुखदेव पांचाल का जावरा के पास साईं पब्लिक स्कूल नामक एक विद्यालय है। जिला शिक्षा अधिकारी पर आरोप है कि सुखदेव पांचाल के विद्यालय के खिलाफ हुई शिकायत पर मान्यता रद्द नही करने के एवज में 50 हजार की रिश्वत की मांग की गई थी। जिसे बाद में 30 हजार पर तय किया गया था। सुखदेव पांचाल ने कल 15000 रुपये दे दिए थे और आज दूसरी किश्त 15000 देते समय लोकायुक्त पुलिस ने रामेश्वर चौहान को रंगे हाथों पकड़ लिया। यद्यपि पूरी जानकारी आना शेष है लेकिन बताया जा रहा है कि लोकायुक्त डीएसपी शैलेन्द्र सिंह के नेतृत्व में हुई कार्यवाही के पश्चात जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज कर रामेश्वर चौहान को गिरफतार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद रामेश्वर चौहान को जमानत दे दी गई है। उन्हें मुचलके पर रिहा किया गया है। उल्लेखनीय है कि रामेश्वर चौहान को जिला शिक्षा अधिकारी का पद भार ग्रहण किये हुए अभी कुछ माह ही हुए थे।
क्या था मामला?
मामले में फरियादी सुखदेव पांचाल के अनुसार उनके विद्यालय में मंदसौर निवासी तीन बच्चों ने प्रवेश लिया था। इन तीन बच्चों के पूर्व विद्यालय संचालक द्वारा बच्चों का स्थानांतरण प्रमाणपत्र (TC) नहीं दिया जा रहा था। प्रमाणपत्र नहीं दिए जाने की शिकायत बच्चों के माता पिता ने मंदसौर के जिला शिक्षा अधिकारी को की थी। उक्त मामले में मंदसौर के उक्त विद्यालय संचालक ने रतलाम जिला शिक्षा अधिकारी को सुखदेव पांचाल के विद्यालय के खिलाफ शिकायत की थी। आरोप है कि इसी शिकायत के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी रामेश्वर चौहान ने विद्यालय की मान्यता रद्द न करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी।