जानिए कमलनाथ के किस मंत्री ने लगाया आरोप कि सभी पटवारी भ्रष्ट है?

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News By – विवेक चौधरी

मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार के मंत्रियों के बिगड़े बोल बंद नहीं हो रहे है। रहरहकर किसी न किसी नेता – मंत्री के उलटे सीधे बयान सामने आ ही जाते है। आदिवासियों के बेटियों के विवाह में आये मेहमानों के लिए शराब की व्यवस्था सरकार से करवाने का बयान देने वाले प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने यह बयान देकर बवाल मचा दिया कि सभी पटवारी भ्रष्ट है। विडम्बना की बात यह है कि मंत्री जी के स्वयं का उपनाम पटवारी है। यह बात भी सही है कि अक्सर पटवारियों पर किसी भी काम को करने के लिए खर्चा पानी लगने के आरोप लगते रहे है, लेकिन प्रश्न यह है कि सार्वजनिक मंच से शासकीय कर्मचारियों के एक वर्ग, समूह अथवा ब्लॉक के सभी कर्मचारियों पर रिश्वतखोरी का आरोप कैसे लगाया जा सकता है?

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जीतू पटवारी बोले सारे पटवारी रिश्वतखोर

उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी इंदौर जिले राऊ विधानसभा के ग्राम रंगवासा में “आपकी सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम में दौरान उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। मंत्री जी ने मंच से बोलते हुए ही कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव को कहा कि आपके सौ प्रतिशत पटवारी रिश्वत लेते हैं। इन पर लगाम कसना जरूरी है। साथ ही उन्होंने शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी दे डाली कि यदि गड़बड़ी और लापरवाही सामने आई तो कड़ी कार्यवाही होगी। संभवतः ऐसा पहली बार हुआ होगा कि किसी मंत्री ने सरकारी कार्यक्रम के मंच पर 100% प्रतिशत पटवारियों को रिश्वतखोर कह डाला। जीतू पटवारी के इस बयान पर, प्रदेश के पटवारियों में रोष फैल गया। मंत्री के बयान पर मध्यपप्रदेश पटवारी संघ ने नाराजगी व्यक्त करते हुए मंत्री को अपने बयान वापस लेने एवं तीन दिन में माफी मांगने की मांग की। अन्यथा अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। इस समय प्रदेश में अतिवर्षा से हुए नुकसान के सर्वे में लगे पटवारियों पर इसके अतिरिक्त भी अनेक जिम्मेदारियां और कार्य है। प्रदेश के मौजूदा हालात में पटवारियों की नाराजगी बड़ी बाधा बन सकती है। ऐसे में पटवारियों की नाराज़गी सरकार को भारी पड़ सकती है।


मंत्रीजी सफाई देकर आए बैकफुट पर

अपने बयान पर बढ़ते बवाल पर जीतू पटवारी को ट्वीटर पर सफाई पेश करनी पड़ी कि उन्हें इंदौर के एक ब्लॉक के पटवारियों की शिकायतें मिल रही थी। उसी के संदर्भ में उन्होंने यह कहा था, ना कि पूरे प्रदेश के पटवारियों के बारे में। उनकी मंशा किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। प्रदेश के 99% कर्मचारी ईमानदार से कार्य करते है। लेकिन कुछ लोगो की वजह से पूरे विभाग पर सवाल खड़े हो जाते है। प्रदेश के पटवारियों के तीखे तेवर और मोर्चा खोलने की चेतावनी से मंत्री जीतू पटवारी के तेवर ढीले पड़ गए। 100% रिश्वतखोरी का आरोप लगाने वाले मंत्रीजी 99% ईमानदारी का प्रमाणपत्र ट्वीटर पर दे बैठे। बयान पर रोष जाहिर करते हुए ट्वीटर पर एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री का पटवारियों को चुनाव पूर्व दिया गया वादा याद दिलाते हुए कमलनाथ का पुराने ट्वीट का स्क्रीनशॉट पोस्ट कर दिया। इस ट्वीट के उत्तर में मिश्रित प्रतिक्रियाएं आती रही।