News By – नीरज बरमेचा
(www.newsindia365.com) शहर में चेतन्य काश्यप फाउंडेशन के माध्यम से जीवन का सशक्त आधार बनाने का प्रयास किया गया है। फाउंडेशन ने बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए कुपोषण मुक्त रतलाम अभियान चलाया, खेलों से जोड़ने के लिए खेल चेतना मेला आयोजित हो रहा है और शैक्षणिक विकास को प्रतिभा सम्मान समारोह के माध्यम से गति देने का प्रयास किया है। इसके अलावा गरीबों को आवास निर्माण में फाउंडेशन मददगार बना है, जिससे झुग्गी मुक्त रतलाम का सपना जल्द ही पूरा होगा।
यह बात विधायक एवं क्रीडा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष चेतन्य काश्यप ने अपने निवास पर आयोजित पत्रकार दीप मिलन समारोह में कही। उन्होंने बताया कि रतलाम को कुपोषण से मुक्त करने का अभियान फाउंडेशन ने पिछले साल विधानसभा चुनाव से पूर्व आरंभ किया था। उस समय महिला एवं बाल विकास विभाग की दो शहरी परियोजना में 2600 बच्चे चिन्हित हुए थे, जिन्हें फाउंडेशन ने 50 कार्यकर्ता,12 पर्यवेक्षकों के माध्यम से 285 आंगनवाड़ी केंद्रो पर पोषण आहार उपलब्ध कराया। इससे पहले चरण में करीब 1300 बच्चें कुपोषण से मुक्त हुए और देश में नया रिकार्ड बना। बाद में चुनाव आचार संहिता के कारण अभियान प्रभावित हुआ, लेकिन इसे अब 1600 बच्चें चिन्हित कर फिर से आरंभ किया गया है और पहले दो महीनों में 450 बच्चे कुपोषण से बाहर हो चुके है।
काश्यप ने कहा कि पूर्व में इस अभियान के दौरान 12 बच्चें को हदय की समस्या पाए जाने पर उनका शासन की बाल हृदय योजना के तहत आपरेशन भी करवाया गया। कुपोषण देश पर कलंक है, इसलिए फाउंडेशन के माध्यम से रतलाम को इससे मुक्त कर नई शुरूवात की जाएगी। फांउडेशन शिवनगर में गरीब परिवारों को मकान दिलाने में मदद कर रहा है। स्कील डेवलपमेंट के लिए उघोगों में रोजगार के लिए प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। काश्यप ने बताया कि क्रीडा भारती के तत्वावधान में फांउडेशन द्वारा आगामी 17 नवंबर को देश भर में पहली बार आन लाइन क्रीडा ज्ञान परीक्षा आयोजित होगी। इसमें 1 लाख रूपए का प्रथम 50-50 हजार के द्वितीय और 21 हजार के तृतीय पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कार दिए जाएंगे।
काश्यप ने कहा कि वे गरीबी से मुक्ति-विकास की युक्ति के संकल्प के साथ राजनीति में आए थे। अहिंसा ग्राम बनाने के बाद शहर को झुग्गी मुक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहले चरण में 1400 आवास स्वीकृत हुए थे। दूसरे चरण में 3442 आवासों की स्वीकृति हो गई है और करीब 2500 आवासों के लिए डीपीआर बनाने का कार्य जारी है। इससे जल्द ही रतलाम झुग्गी मुक्त बनेगा।