ज्ञान की गंगा में डूबा रतलाम, पुलक सागरजी के प्रेरक संदेशों के साथ ज्ञान गंगा महोत्सव का समापन

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  • हर घर को बनाए अयोध्या
  • सर्व समाज हो एकजुट
  • 21 को जेल में प्रवचन

आचार्य पुष्पदंत सागरजी महाराज के यशस्वी शिष्यए राष्ट्रसंतएभारत गौरव पण्पुण् आचार्य श्री 108 श्री पुलक सागर जी महाराज के प्रेरक संदेशों के साथ तोपखाना चैराहा पर ज्ञान गंगा महोत्सव का समापन हो गया। अंतिम दिन आचार्यश्री ने अखंड भारत को अमल में लाने,धार्मिक सदभाव बनाने, राम मंदिर के साथ हर घर में अयोध्या बनाने का आव्हान किया। उन्होंने सर्वत्र स्वच्छता रखने का संकल्प दिलाया और माँ की महत्ता बताते हुए कहा कि पूरा भारत भी बेच दिया जाए,तो माँ के उपकारों की कीमत नहीं चुकाई जा सकती है।

सकल दिगम्बर जैन समाज द्वारा आचार्य श्री पुलक सागर सेवा समिति रतलाम के तत्वावधान में आयोजित ज्ञान गंगा महोत्सव के अंतिम दिन बच्चों ने नाटिका प्रस्तुत की। विधायक चेतन्य काश्यप मंचासीन रहे। उन्होंने दीप प्रज्जवलन कर ज्ञान गंगा महोत्सव का शुभारंभ किया। इसके बाद अपने विचार भी व्यक्त किए। इस मौके पर विधायक काश्यप का आचार्य श्री पुलक सागर सेवा समिति रतलाम के अध्यक्ष राजेश जैन भूजियावाला, सचिव अभय जैन सहित अन्य ने स्वागत किया।

आचार्यश्री ने धर्म सभा में विधायक काश्यप से आंगनवाडियो में अंडा परोसे जाने के सरकार के फैसले पर रोक लगवाने का आह्नान किया। उन्होंने कहा कि कुपोषण दूर करने के लिए बच्चों को कई पोषक चीजें दी जा सकती है। लेकिन सरकार ने अंडा देने का जो निर्णय लिया है, वह भारतीय संस्कृति के प्रतिकूल है। इस निर्णय को बदलवाने के लिए यदि आम जनता को आंदोलन भी करना पड़े, तो पीछे ना हटे। आचार्यश्री ने अंतिम दिन संस्कार,व्यवहार, परिवार को मजबूत रखने की सीख दी। उन्होंने कहा कि बच्चों को तीर्थ यात्रा ना करने को मिले, तो उन्हें माता पिता की सेवा करना चाहिए। संसार के सारे तीर्थ माता-पिता के चरणों में निहित है।


आचार्यश्री ने कहा कि 10 वर्ष पूर्व रतलाम में जैन समाज से एकजुट होने  का उन्होंने जो आह्नान किया था, समाजजन उसे सार्थक कर महावीर जयंती एक साथ मना रहे हैं। उन्होंने सभी समाज से एकजुटता का आह्नान करते हुए कहा कि नगर में ऐसा माहोल बनाए कि राम नवमी का जुलूस निकले, तो जैनी उसका स्वागत करें  और महावीर जयंती के जुलूस का अन्य समाजजन स्वागत करें।

धर्मसभा के आरंभ में पाद प्रक्षालन जीन शरणम तीर्थ के ट्रस्टी अजीत विनायका,सोनम विनायका ने किया। प्रभात दोषी, पवन जैन, सुंदरलाल नरसिंहपुरा व अशोक जैन ने शास्त्र भेट किया। संचालन अभय जैन व कमलेश पापरीवाल द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि 21 फरवरी को आचार्यश्री के प्रवचन दोपहर 2 बजे जिला जेल रतलाम में होंगे।