चौथी बार मध्यप्रदेश के फिर मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान, प्रधानमंत्री मोदी ने दी ट्विटर पर बधाई

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कोरोना के भय के बीच शिवराज सिंह चौहान ने रचा इतिहास

मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान पर विराम लगाते हुए सोमवार रात 9 बजे बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने सूबे के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन ने उन्हें शपथ ‌दिलवाई. इस दौरान कोरोना के चलते लॉकडाउन होने के कारण उनके साथ किसी अन्य मंत्री ने शपथ नहीं ली है. एक सादे समारोह के दौरान अकेले ही शिवराज सिंह ने शपथ ली. गौरतलब है कि शिवराज प्रदेश के 32वें और सीएम पद पर चार बार काबिज होने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं.


कोरोना पर मिलकर पाएंगे विजय
शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री के तौर पर अपने पहले ही अभिभाषण में शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वायरस का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए राज्य में पूरी तैयारी की जा रही है ओर इस पर हम सभी मिलकर जीत दर्ज करेंगे. इसके बाद मुख्यमंत्री अधिकारियों के साथ बैठक करने के लिए मंत्रालय रवाना हो गए. यहां पर कोरोना से निपटने की तैयारियों को लेकर चर्चा की जाएगी.

तीन बसों में पहुंचे विधायक

शिवराज के शपथ समारोह में शामिल होने के लिए बीजेपी के विधायक तीन बसों में सवार होकर राजभवन पहुंचे. हालांकि कोरोना के चलते समारोह में कोई भी कार्यकर्ता मौजूद नहीं रहे. वहीं विधायक भी बिना अपने समर्थकों के ही राजभवन पहुंचे.

इससे पहले बीजेपी के भोपाल स्थित कार्यालय में हुई बैठक के दौरा शिवराज स‌िंह को विधायक दल का नेता चुना गया था. पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव ने शिवराज के नाम का प्रस्ताव रखा था. बैठक में पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, राजेंद्र शुक्ल सहित अन्य विधायक मौजूद थे. बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर अरुण सिंह और विनय सहस्‍त्रबुद्धी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े.

पार्टी मेरी मां, इसकी लाज रखूंगा
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शिवराज ने कहा कि पार्टी मेरी मां है और मैं मां के दूध की लाज रखने में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा. उन्होंने कहा सबको साथ लेकर चलेंगे. कमलनाथ सरकार के बारे में शिवराज सिंह चौहान ने कहा-पिछले 15 महीने में पूरे प्रदेश की व्यवस्था चौपट हो गई है और अब उसे सुधारा जाएगा.

आनन-फानन में बैठक
शिवराज के नाम पर सोमवार दोपहर पार्टी आलाकमान ने मोहर लगाई. उसके बाद आनन-फानन में बीजेपी विधायक दल की फिर बैठक बुलाई गई. इससे पहले कोरोना संक्रमण के कारण बैठक टाल दी गई थी और विधायकों को अपने क्षेत्र में जाने का निर्देश दे दिया गया था. लेकिन आलाकमान का फैसला आते ही फौरन विधायकों को भोपाल पहुंचने का निर्देश दिया गया.