अन्तरराष्ट्रीय एंटी ड्रग डे दिवस पर शिविर/कांफ्रेंस का आयोजन

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News By – नीरज बरमेचा 

रतलाम 26 जून 2020/ जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शोभा पोरवाल के मुख्य आतिथ्य, द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश साबिर अहमद खान के विशेष आतिथ्य तथा जिला विधिक सहायता अधिकारी पूनम तिवारी के विशेष आतिथ्य में अन्तरराष्ट्रीय एंटी ड्रग डे दिवस पर शिविर/कांफ्रेंस का आयोजन नालसा (नशा पीडितों को विधिक सेवाएं एवं नशा उन्मूलन के लिए विधिक सेवाएं) योजना के अन्तर्गत एडीआर सेन्टर जिला न्यायालय परिसर रतलाम में किया गया। कार्यक्रम में मुम्बई के मनोचिकित्सक आशीष देशपाण्डे तथा अन्य के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक आयोजित की गई। बैठक गुगल एप के माध्यम से की गई जिसमें नशा पीडितों के लिए चाई जा रही शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं सामाजिकक कार्यकर्ताओ के सहयोग से प्रभावी कार्यवाही किए जाने हेतु विचार-विमर्श किया गया।

शिविर में न्यायाधीश शोभा पोरवाल द्वारा नशा पीडितों की सहायता हेतु एल्कोहालिक एनोनिमस एवं नारकोटिक्स एनोनिमस की कार्यप्रणाली के विषय मे जानकारी ली। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं परामर्श के साथ-साथ समाज के सहयोग से ही नशा पीडित व्यक्ति नशामुक्त होकर समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकता है। उन्होंने इस प्रयास से जुडे हुए व्यक्तियों के सहयोग एवं प्रयासों की भी प्रशंसा की। न्यायाधीश श्री साबिर अहमद खान ने नशे के कारण, परिणाम और संबंधित विधिक प्रावधानों पर प्रकाश डाला। मनोचिकित्सक श्आशीष देशपाण्डे ने बताया कि नशा एक बीमारी है, जिससे प्रतिवर्ष 2 लाख 50 हजार लोगों की मृत्यु हो जाती है। समाज में नशा उन्मूलन हेतु प्रत्येक व्यक्ति को अपना दायित्व समझना होगा।

नशामुक्ति के लिए सक्रिय वेदप्रकाश शर्मा, हिमांशु एस., अनूप  निखिल, सिद्धार्थ, यश भी उपस्थित थे। इन एल्कोहालिक एनोनिमस एवं नारकोटिक्स एनोनिमस समूह के सदस्यों द्वारा बताया गया कि उनका यह समूह एकता पर आधारित है और इसमें परस्पर सहयोग से नशा पीडित नशे से मुक्ति पा सकता है। इस अवसर पर डा. निर्मल जैन, एस.एस. चौहान, गणमान्य नागरिक, पैरालीगल वालिंटियर्स एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। शिविर में नोवल कोरोना वायरस महामारी से बचाव हेतु सोश्यल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया।