News By – नीरज बरमेचा
रतलाम। जिले के सत्ताधारी पार्टी के विधायकों के रोष का असर मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था पर नज़र आया। और शासकीय मेडिकल कॉलेज के डीन ने कार्यवाही करने से संबंधित पत्र भी जारी कर दिया। देखना दिलचस्प होगा कि मेडिकल कॉलेज के चिकित्सको के निजी प्रैक्टिस करने पर असर होगा या नहीं? लेकिन न सुधरने वालो पर अब कार्यवाही तो होंगी, इस पत्र से तो ऐसा ही प्रतीत होता है। क्योंकि रोष व्यक्त करने वाले जिले के 2 प्रभावशाली विधायक थे।
अब यदि आगे भी ऐसा चलता रहा तो न्यूज़ इंडिया 365 उन चिकित्सको के फोटो, उनके निजी क्लिनिक/हॉस्पिटल की जानकारी एवं फोटो भी प्रकाशित कर सकता है, जो अपने सरकारी कार्यालयीन समय मे निजी प्रैक्टिस करने से हिचकते नहीं है। ये चिकित्सक प्रैक्टिस करें लेकिन मेडिकल कॉलेज के समय के बाद, ना कि कार्यालयीन समय में। तथा वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात रतलाम की जनता को मिली सौगात – “मेडिकल कॉलेज” की व्यवस्था बिगड़ने ना दें।