News by- नीरज बरमेचा
‘रतलाम 05 अक्टूबर 2020/ राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन एवं मानव स्वास्थ्य कार्यक्रम के संबंध में जिला टास्क फोर्स की बैठक कलेक्टर गोपालचंद्र डाड की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन एवं मानव स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं एन्वायरमेंट हेल्थ सेल का जिला स्तर पर तथा विकासखंड स्तर पर गठन किया गया है। कार्यक्रम के अंतर्गत जलवायु में परिवर्तन के कारण मानव स्वास्थ्य पर पडने वाले विपरीत प्रभावों के बारे में जानकारी दी जाएगी तथा इससे बचाव के प्रबंधन के तरीकों पर कार्य किया जाएगा। कलेक्टर डाड ने मौसमी परिवर्तन के कारण फैलने वाली बीमारियों की समय पर सूचना प्राप्त करने एवं बचाव संबंधी गतिविधियां करने के निर्देश दिए।
डा. ननावरे ने बताया कि वायु प्रदूषण हवा में ठोस कणों, तरल बिन्दु या गैस के रूप में मौजूद कणों के कारण होता है, ये प्राकृतिक या कृत्रिम हो सकते हैं। अतिसूक्ष्म कण नासिका या मुंह द्वारा श्वसन के दौरान फेफडों तक पहुंचते हैं जहां से रक्त की धमनियों में प्रवेश कर शरीर के विभिन्न भागों में पहुचते हैं तथा दिल, फेफडे, दिमाग आदि को हानि पहुंचाते हैं। प्रदूषित हवा मानव स्वास्थ्य के लिए बडा खतरा है इससे बचाव के लिए ज्यादा प्रदूषित जगहों पर ना जाएं। जरूरत पडने पर ही घर से बाहर निकलें। ऑंखों में जलन, सॉस की तकलीफ या खांसी होने पर डाक्टर को दिखाऐं। दिल, फेफडें व अन्य गंभीर बीमारी के मरीज का विशेष ध्यान रखें। पटाखे, कूडा, पत्तियां आदि ना जलाऐं। प्लास्टिक बिल्कुल ना जलाऐं। बीडी, सिगरेट का प्रयोग ना करें और दूसरों को ना करने दें। खाना पकाने एवं घर को गर्म करने के लिए धुआरहित ईंधन का प्रयोग करें। हरियाली रखें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें, यथासंभव घर में किचन गार्डन बनाऐं। वायु प्रदूषण से उच्च जोखिम वर्ग के लोग 65 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, 5 वर्ष से कम आयु के बच्चे, गर्भवती महिलाऐं, श्वांस एवं हदय संबंधी बीमारी के मरीज, अधिक वायु प्रदूषण वाले क्षेत्रों में कार्यरत यातायातकर्मी, पुलिसकर्मी, मजदूर, सफाईकर्मी, आटो रिक्शा चालक, सडक किनारे दुकानदार, ठेलेवाले आदि हैं।
बैठक में एसडीएम अभिषेक गेहलोत, डॉ. योगेश नीखरा, डॉ. प्रमोद प्रजापति, डॉ. गौरव बोरीवाल, डॉ. अजहर अली, डीपीओ महिला बाल विकास विभाग विनिता लोढ़ा, उपसंचालक कृषि विभाग ज्ञानसिंह मोहनिया, उपसंचालक पशुचिकित्सा विभाग डॉ. ए.के. राणा, कार्यपालन यंत्री एच. के. मालवीय, आरटीओ दीपक मांझी तथा अन्य विभागीय अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।