News By – विवेक चौधरी
रतलाम, मंगलवार 02 फरवरी। विगत दिनों रतलाम शहर के जावरा रोड पर सड़क मरम्मत कार्य (पेच वर्क) होते देखा। इस प्रकार का पेच वर्क शहर में किसी बड़े व्यक्ति के आगमन का संकेत होता है। जिले के व्यवस्था तंत्र का एक अमला उन जगहों पर सड़क दुरुस्त कर रहा था जहाँ गड्ढे ज्यादा थे। ताकि बड़े अतिथि को मार्ग में कष्ट ना हो अथवा पता ना चले कि यहाँ सड़के खराब है। बहरहाल ऐसे व्यक्तियों का नगर आगमन नियमित रूप से होना चाहिए ताकि सड़क सुधार कार्य नियमित रूप से चलता रहे। अब प्रदेश मुखिया का शहर आगमन हो तो सारी व्यवस्थाएं चाक चौबंद होना जरूरी भी है। वैसे भी शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री के रूप में अपनी चौथी पारी में थोड़े सख्त नज़र आ रहे है। सत्ता परिवर्तन के बाद वे पुनः मुख्यमंत्री बने है और इस बार वे कोई चूक करने के मूड में नहीं दिख रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान शहर में विभिन्न कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद डोसीगांव पहुॅचेंगे, जहां उनकी जनसभा का मुख्य कार्यक्रम होगा। यहाँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित आवासों में 101 परिवारों का गृह प्रवेश कराएंगे। स्मरण रहे कि डोसीगांव जावरा रोड पर स्थित है। और इसी जावरा रोड पर घटला ब्रिज के पास झुग्गियों का अतिक्रमण औद्योगिक क्षेत्र तक जा पहुँचा है। क्यू ट्रैक ओवरब्रिज के पास भी यही हालात है। अतिक्रमण सरकारी और रेलवे की भूमि पर भी है। लेकिन जिम्मेदारों को शायद दिखाई नही देता होगा। घटला ब्रिज के पहले से लेकर पहलवान बाबा की दरगाह तक सड़क के एक तरफ सघन अतिक्रमण हो रखा है, जिसकी सुध लेना किसी ने उचित नहीं समझा। अतिक्रमण की वजह से एक समय का महू नीमच राजमार्ग आज मात्र चंद फीट चौड़ा रह गया हैं। निगम द्वारा यहाँ पानी के टैंकर भेजे जाते है, उस समय पानी भरने की होड़ में सड़क पर जोखिम और अधिक बढ़ जाता है। आज यहाँ एक सड़क दुर्घटना भी घटित हो गई। जिसमे एक महिला की मृत्यु की सूचना है।
बड़ा प्रश्न यह है कि किसी समय प्रांतीय- राष्ट्रीय राजमार्ग का शहर में मुख्य हिस्सा ‘जावरा रोड’ उपेक्षा का शिकार क्यों है? जिला एवं नगर प्रशासन के अलावा सत्ता एवं विपक्षी दल भी इस रोड का उद्धार करने का क्यों नहीं सोचता है? शहर प्रवेश के सैलाना रोड, महू रोड, बाजना रोड तथा शहर के भीतर अनेक मार्ग या तो सिटी फोरलेन में तब्दील हो चुके है या हो रहे है, फिर जिले के योजनाकारों के जहन में जावरा रोड की चिंता क्यों नहीं है? शहर में मुख्यमंत्री का आगमन भी हो रहा है और नगर सरकार के चुनाव की सुगबुगाहट भी है, ऐसे में यह देखना होगा कि जावरा रोड के कायाकल्प होने की कोई ठोस बात सामने आ सकती है क्या? क्षेत्रवासियों की भी उम्मीदे लोकप्रिय शहर विधायक चैतन्य कश्यप और पूर्व के नगर निगम रतलाम के प्रशासक एवं वर्तमान ने कलेक्टर गोपालचंद्र डाड से जुड़ी हुई है कि शायद इस बार जावरा का रोड का उद्धार हो जाए।