पुलिस ने सूदखोरी के सनसनीखेज मामले का किया खुलासा, जानिए क्या है मामला….

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News By – नीरज बरमेचा 

  • ब्याज का अवैध धंधा कर सूदखोरी करने वाले गिरोह पुलिस की गिरफ्त मे

दिनांक 22-3-21 को थाना औधोगिक क्षेत्र रतलाम मे आरोपी दीपक उर्फ दीपू टांक 2. विनोद उर्फ विनू शर्मा 3. बलवंत उर्फ बल्ली गोयल 4.अविनाश उर्फ चिंटू टांक निवासी दीनदयाल नगर रतलाम द्वारा पैसे की सुपारी देकर हत्या कराने हेतु दवाब बनाए जाने के षणयंत्र बनाने व 50 हज़ार रूपय का ऋण देकर भारी व्याज वसूलने की सूचना पर से आरोपीओ के विरुद्ध कार्यवाही कर अपराध धारा 115,387,384 भा0द0वि0 एवं धारा ¾म.प्र.ऋ्णीयो का संरक्षण अधिनियम, धारा 25,27आर्म्स एक्ट का पंजीबध्द कर विवेचना मे लिया गया था । एव आरोपी दीपक उर्फ दीपू टांक पिता प्रकाश टांक निवासी दीनदयाल नगर रतलाम 2. विनोद उर्फ विनू शर्मा पिता प्यारेलाल शर्मा निवासी दीनदयाल नगर रतलाम सेप्रथक – प्रथक घटना में प्रयुक्त कुल 02 नग देशी पिस्टल 08 जिंदा राउण्ड के जप्त किए गएथे ।

घटना :-

घटना उपरांत आम जनता मे उक्त सूचना का प्रसार हुआ जिसके फल स्वरूप उक्त आरोपीगणो द्वारा  सूदखोरी के शिकार व्यक्तिओ ने हिम्मत दिखते हुए पुलिस से संपर्क करना प्रारम्भ किया गया । फलस्वरूप दिनांक 25-03-21 को फरियादी द्वारा थाना औधोगिक क्षेत्र रतलाम मे आकर सूचना दी की व्यापार के संबंध मे फरियादी द्वारा दीपक उर्फ दीपू टांकसे 1 लाख का उधार लिया । एवं फरियादी से बैंक एकाउण्ट के तीन ब्लैंक चेक हस्ताक्षर कराकर व आधार कार्ड, पेन कार्ड की कापी व प्रायमेशरी नोट साईन करा कर लिये थे। पैसे देने के उपरांत कुछ समय उपरांत ही । दीपु टाँक द्वारा मुझसे भारी मात्रा मे व्याज वसूल करना प्रारम्भ कर दिया । व केवल व्याज के नाम पर फरियादी से 1,30,000/- रुपये रूपाय वसूल कर लिए गए ।

ब्याज के पैसे न चुका पाने की स्थिति मे दीपु टांक व उसका भाई चिटु टांक तथा उसके लिये उसके आफिस में वसूली का काम करने वाले इंद्रपाल, नागेश्वर राव, छोटु जोशी, प्रेम शक्तावत, अर्जुन टांक व दीपु टांक के अन्य गुण्डे आये दिन फरियादी को ब्याज व मूलधन न लौटने की स्थिति मे जान से मार देने व हाथ पैर तोड़ देने, घर आकर पत्नी को उठा पर ले जाने की धमकी देने लगे ।

फरियादी की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए थाना औधोगिक क्षेत्र रतलाम मे अपराध धारा :- 384,385,386,34 IPC धारा ¾म0प्र0 ऋणियो का संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया ।

इसी प्रकार से थाना माणकचौक रतलाम मे फरियादी द्वारा सूचना की गई की दीपु टाँक से 3 लाख रूपय उधार लिए थे जिसके एवज मे प्रति माह 15 हज़ार रूपय फरियादी द्वारा दीपु टाँक को 2 वर्ष तककुल 4 लाख 60

हजार रुपये ब्याज के रूप मे चुकाए परंतु फिर भी दीपु टाँक द्वारा ब्याज व मूल धन चुकाने हेतु अनैतिक दवाब बनाए जा रहा था । एवं अपने गुण्डों अविनाश उर्फ चिटु, छोटू उर्फ श्रीकांत, अर्जुन टाक पिता यशवंत टांक, नागेश्वर उर्फ चयन राव तथा अन्य गुण्डे साथी को साथ आकर जान से मरने की धमकी देकर मार पीट की गई।

फरियादी की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए थाना माणकचौक रतलाम मे अपराध धारा :- 341,294,323,384,385,34 IPC धारा ¾म0प्र0 ऋणियो का संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। इनके अतिरिक्त कुल 12 अन्य सूदखोरी के शिकार व्यक्तियो द्वारा भी पुलिस को सूचना प्रदान की है, जिसे विवेचना मे शामिल किया जाकर कार्यवाही की जा रही है । व अन्य व्यक्तिओ द्वारा लगातार फोन पर पुलिस से संपर्क किया जा रहा है, जिन्हे विवेचना मे शामिल किया जावेगा ।

टीम का गठन :-

घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रकरण की उत्कृष्ठ विवेचना, आरोपीयो की गिरफ्तारी व साक्ष्य संकलन हेतु पुलिस अधीक्षक द्वारा अति0 पुलिस अधीक्षक (सिटी) डॉ इंद्रजीत बाकलवार के मार्गदर्शन मे नगर पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान के नेत्रत्व मे थाना प्रभारी औ0 क्षेत्र रतलाम नीरज सारवान, थाना प्रभारी माणक चौक अय्युब खान,साइबर सेल प्रभारी उ0नि0 अनुराग यादव, उ0नि0 मुकेश ससतिया, उ0नि0 आशीष पाल,उ0नि0 जितेंद्र कनेश, उ0नि0 जोरावर सिंह, उ0नि0 मनोज जादौन, प्र0आर0 नरेंद्र चावडा,आर0 विपुल भावसर आर0 रौशन, आर0 812 लोकेन्द्र सोनी की टीम का गठन किया।

तरीका-ए- वारदात :-

आरोपीगण जिस व्यक्ति को पैसे उधर के रूप मे लिया करते थे उनसे 3-10%  प्रतिशत व्याज प्रति माह वासूल किया करते थे । एवं लोन देने के नाम पर लोगो से हस्ताक्षरित ब्लैंक चेक, आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसे दस्तावेज़ अपने पास रख लिया करते थे, इसके अतीतिक्त उधार के एवज मे किसी की भूमि को बंधक रखना व भूमि बंधक रख व्याज वसूला करते थे । आरोपीगणो द्वारा लोगो को निरंतर डराया धमकाया जाता था, जिस भय के कारण पैसे उधार लेने वाला व्यक्ति किसी भी प्रकार से पुलिस या अन्य सहायता प्राप्त करने से कतराता था ।   

कार्यवाही :-

प्रकरण पंजीबद्ध कर फरियादीयो से पूछताछ की गई  जिनके द्वारा बताया गया की दीपक उर्फ दीपु टाँक द्वारा बालाजी फ़ाइनेंस नाम से एक कंपनी ICICI बैंक के ऊपर लोकेन्द्र टाकीज़ के सामने खोली है,जिसका आफीस बिल्कुल बैंक जैसा कर रखा है। एवं आफिस में इंद्रपाल झाला, नागेश्वर राव, छोटु जोशी, प्रेम शक्तावत आदि लोग काम करते है, जो उधार लेने वाले हर व्यक्ति का पूरा रिकार्ड आफिस के लेपटाप व रजिस्टर में रखते है । अतः गठित टीम द्वारा आरोपीओ के ऑफिस व अन्य ठिकानो पर दबिश देकर आरोपी के कब्जे से 2 लैपटाप, प्रिंटर, पेन ड्राइव व व्याज पर दिये पैसे का हिसाब जप्त किए गए है ।

जप्त रिकॉर्ड के अवलोकन पर ज्ञात हुआ की आरोपीओ द्वारा यह धन्दा पिछले कई वर्षो से किया जा रहा है व बड़ी मात्र मे लोगो को पैसे देकर अपना शिकार बनाया है व उनके अवैध व्याज वसूल किया गया है, जप्त रिकॉर्ड अनुसार :-

एक दिन  मे 48 हज़ारसे लेकर 3 लाख रूपय तक के व्याज की वसूली आरोपीओ द्वारा की जा रही थी । व पिछले 21 दिनो मे कुल 26 लाख रूपय का व्याज आरोपीओ द्वारा वसूल किया गया है ।

अभी तक प्राप्तरिकॉर्ड के अवलोकन पर विगत 6 माह मे करीब 6 करोड़ रूपय का लेन देन की जानकारी प्राप्त हुई है ।

अभी तक की विवेचना मे इस वर्ष कुल 148 व्यक्तिओ को व्याज पर पैसे देने के रिकॉर्ड प्राप्त हुए है । व लैपटाप व अन्य रिकॉर्ड के सम्पूर्ण आलोकन व आरोपीओ से दस्तावेज़ की जप्ति उपरांत कुल कितने लोगो को शिकार बनाया गया है, इस बात की जानकारी लग सकेगी ।

गिरफ्तार आरोपी :-

1.दीपक उर्फ दीपू टांक पिता प्रकाश टाँक निवासी दीनदयाल नगर रतलाम ।

  1. अविनाश उर्फ चिंटू टांक पिता प्रकाश टाँक निवासी दीनदयाल नगर रतलाम ।
  2. छोटू उर्फ श्री कान्त पिता छितर मल जोशी निवासी दीन दयाल नगर रतलाम ।
  3. अर्जुन टाँक पिता यशवंत टाँक निवासी शिवगढ़ जिला रतलाम ।
  4. नागेश्वर उर्फ चयन राव पिता शंकर लाल निवासी सैफी नगर रतलाम ।

प्रकरण मे विवेचना के आधार पर अन्य आरोपिओयों की संलिप्तता की जांच की जा रही है ।

जप्त सामाग्री :-  आरोपीगणो के कब्जे से कुल :-

  1. HP के लैपटाप – 2
  2. पेन ड्राइव – 01
  3. प्रिंटर – 2
  4. रजिस्टर – 1

सराहनीय भूमिका :-

प्रकरण में आरोपियों की धड़पकड व गिरफ्तारी मे नगर पुलिस अधीक्षक रतलाम हेमंत चौहान के नेत्रत्व मे टीम के सदस्य निरी. थाना प्रभारी औ0 क्षेत्र रतलाम नीरज सारवान, थाना प्रभारी अय्युब खान,साइबर सेल प्रभारी उ0नि0 अनुराग यादव, उ0नि0 मुकेश ससतिया, उ0नि0 आशीष पाल,उ0नि0 जितेंद्र कनेश, उ0नि0 जोरावर सिंह, उ0नि0 मनोज जादौन, प्र0आर0 नरेंद्र चावडा,आर0 विपुल भावसर आर0 रौशन, आर0 812 लोकेन्द्र सोनीका सराहानीय योगदान रहा ।