प्रदेश सरकार ने कोरोना जाँच को लेकर दी थोड़ी राहत, लेकिन रतलाम को नहीं मिलेंगा लाभ, जानिए क्या है वजह…

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News By – नीरज बरमेचा 

  • प्रदेश में कोरोना जाँच के लिए RT PCR का मूल्य मात्र रु. 700 किया 
  • रतलाम में निजी लैब को RT PCR टेस्ट लेने की अनुमति नहीं 
  • घर जाकर सैंपल लेने पर रु. 200 अतिरिक्त देना होंगे

सभी जगह कोरोना के मरीज में वृद्दि हो रही है, ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार ने थोड़ी राहत दी है, लेकिन रतलाम में अभी भी इसका लाभ नहीं मिलेंगा| किन्तु रतलाम प्रशासन ने अभी किसी भी निजी लैब को RT PCR कलेक्शन के लिए अनुमति नहीं दी है| हालांकि प्रदेश सरकार को CT SCAN को लेकर भी इस और ध्यान देना चाहिए|  सी टी स्कैन सेंटरों के दरो की मनमानी शायद अभी सरकार को नजर नहीं आ रही है या वो इसे नज़रन्दाज कर रहे है, या एक बड़ा सवाल ही है?  

  • कोरोना की जांच दर घटी: प्रदेश में अब RT – PCR Test से कोरोना जांच 700 रुपए में, Rapid Antigen Test से जांच 300 में, घर जाकर सैंपल लिए तो 200 रु. अतिरिक्त देने होंगे|
  • मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना जांच को लेकर सोमवार को लोगों को थोड़ी राहत प्रदान की। सरकार ने 1200 रुपए में होने वाली कोेराेना जांच की दर घटा दी है। अब लोग निजी लैब में 700 रुपए जांच करवा सकेंगे। हालांकि घर से सैंपल कलेक्शन के पूर्व से निर्धारित 200 रुपए दर पर किसी प्रकार का फेरबदल नहीं किया गया। यानी यदि घर से सैंपल कलेक्शन किया जाएगा तो मरीज को कुल 900 रुपए देने होंगे।
  • मप्र में अब RT – PCR Test से कोविड -19 टेस्ट का सैंपल कलेक्शन प्रयोगशाला में किया जाता है तो जांच शुल्क 700 रुपए प्रति मरीज लिया जाएगा। सैंपल कलेक्शन घर जाकर लेने पर 200 अलग से देने होंगे। इसमें सैंपल कलेक्शन, ट्रांसपोर्ट शुल्क, कंज्युमेबल, पीपीई किट सहित सभी अन्य शुल्क शामिल हैं।
  • Rapid Antigen Test से कोविड -19 जांच अस्पताल या प्रयोगशाला में करने पर 300 प्रति मरीज लिया जाएगा। घर जाकर सैंपल कलेक्शन करने पर 200 अलग से देने होंगे। इसमें सभी प्रकार के शुल्क शामिल होंगे।
  • सैंपल लेते समय ही संबंधित व्यक्ति का नाम, पता, मोबाइल नंबर आर.टी.पी.सी.आर. ऐप पर अपलोड किया जाए। उनकी जानकारी को गोपनीय रखना होगा।
  • कोविड -19 की जांच रिजल्ट राज्य सरकार और आई.सी.एम.आर. के साथ समय पर आई.सी.एम.आर, पोर्टल पर साझा करते करने के साथ ही आर.टी.पी.सी.आर. ऐप पर भी अपलोड करना होगा।
  • जांच रिजल्ट संबंधित मरीजों को तत्काल उपलब्ध करना होगा। इसके साथ ही पॉजिटिव आने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के साथ ही आई.डी.एस.पी. सेल को भी जानकारी देना होगी।
  • प्रायवेट लैब के साथ ही अस्पतालों के जांच से संबंधित डाटा संभालकर रखना होगा। साथ ही अस्पताल और प्रयोग शाला में निर्धारित दर को चश्पा करना जरूरी है।
  • प्रायवेट लैब और अस्पतालों में एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति होना जरूरी है।