News By – नीरज बरमेचा (93028 24420)
मेडिकल कॉलेज रतलाम के डीन डॉ जितेंद्र गुप्ता ने एक सूचना पत्र जारी करके मेडिकल कॉलेज के ऐसे शिक्षक चिकित्सकों जो निजी प्रैक्टिस करते है, को कड़ाई से नियमों के पालन करने का निर्देशित किया है। उल्लेखनीय है कि इस प्रकार के चिकित्सकों पर यह आरोप लगते रहते है कि वे सामान्य मरीजो के उपचार की जगह निजी प्रैक्टिस को तरजीह देते है।
निजी प्रैक्टिस को लेकर सारे नियम ताक पर चले जाते है| नियमो का खुलेआम उल्लघन कर मेडिकल कॉलेज के कई शासकीय चिकित्सक अपनी निजी प्रैक्टिस कर रहे है| कोई चिकित्सक लैब चल रहा है तो कोई खुलेआम शासकीय समय में निजी अस्पतालों में विज्ञापन के साथ आपरेशन कर रहा है| और यह सब आला अधिकारी आपनी आँखों पर पट्टी बांधे बैठे हुए है| कोरोना के बाद से निजी प्रैक्टिस को और ज्यादा छूट मिल गयी| इसके चलते मेडिकल कॉलेज में बायो मैट्रिक्स अटेंडेंस भी बंद हो गयी|
अनियमितताओ के चलते शासकीय मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेन्द्र गुप्ता ने सभी निजी प्रैक्टिस करने वालो को प्राथमिक नोटिस दिया है| अब यह तो आने वाला समय ही बतायेंगा की डीन के इस पत्र को शासकीय तनख्वाह लेकर निजी प्रैक्टिस करने वाले गंभीरता से लेंगे या फिर से हवा में|
मध्यप्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग मंत्रालय द्वारा दिया पत्र : –
https://chat.whatsapp.com/GS8yZcWmVmR096ZPVHsjDo
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