उज्जैन कलेक्टर ने स्कूलों के खिलाफ लगाया 2-2 लाख का जुर्माना, रतलाम में कब होगी कार्यवाही??

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News by – टीम न्यूज़ इंडिया 365

ऐसे में कब जागेगा रतलाम प्रशासन!! और आखिर कब होगी स्कूलों की खिलाफ कार्रवाही???

रतलाम। विगत दिनों जब विद्यालयों में नए सत्र की शुरुआत हुई तो छात्रों के अभिभावकों ने इस बात की शिकायत की थी कि स्कूल मनमाने तरीके से किताबें, यूनिफॉर्म इत्यादि को नियत दुकानों से खरीदने के लिए अप्रत्यक्ष रूप से दबाव बनाते है। कमीशन के चक्कर में हर साल सिलेबस में से कई किताबें बदल देते है। जिससे अभिभावकों तो अतिरिक्त एवं अनावश्यक आर्थिक बोझ सहन करना पड़ता है। यह मुद्दा अन्य शहरों में उठने लगा था जिसके चलते मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसके संदर्भ में आदेश भी जारी किए थे। लेकिन तब तक अधिकांश अभिभावक इस आर्थिक बोझ का शिकार बन चुके थे।

इसी बीच यह खबर सामने आई है कि स्कूलों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए उज्जैन कलेक्टर ने 16 निजी स्कूलों पर 2-2 लाख रु. का जुर्माना किया है। सभी निजी स्कूलों को एक सप्ताह में कोषालय में राशि जमा कराने को कहा है। सूत्रों के अनुसार आरोप है कि इन निजी स्कूलों ने पब्लिशर के साथ सांठगाठ कर और अभिभावकों को तय दुकानों से किताब और यूनिफार्म खरीदने के साथ, फीस स्ट्रेक्चर की जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई। उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने शिक्षा विभाग एवं स्कूल संचालन द्वारा जारी आदेश के बाद इन स्कूलों पर कार्यवाही की है। कलेक्टर ने बताया कि जाँच टीम ने जब इन स्कूलों में जाकर बच्चों से बात की तो पता चला कि स्कूल से तय दुकान से किताब और यूनिफॉर्म खरीदने के लिए बच्चों को कहा गया था। जिससे दुकानदार और स्कूलों के बीच सांठगांठ की बात सामने आई और फिर इन स्कूलों पर कार्रवाई की हुई है।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उज्जैन जिले के जिन निजी स्कूलों पर दो-दो लाख का जुर्माना लगाया गया है, उनमें ज्ञान सागर अकेडमी उज्जैन, सेंट मेरी कॉन्वेंट देवास रोड, क्रिस्ट ज्योति कॉन्वेंट मालनवासा, निर्मला कॉन्वेंट देवास रोड, सेंट पाल कॉन्वेंट आगर रोड, ऑक्सफोर्ड जुनियर कॉलेज उज्जैन, सेंट थॉमस पंवासा मक्सी रोड, कार्मल कॉन्वेंट चक कमेड़ घट्टिया, सेंट थॉमस बड़नगर, मास्टर माइंड इंटरनेशनल स्कूल तराना, दिनाह कॉन्वेंट स्कूल तराना, जीनदत्ता इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन नारायणा महिदपुर, एमपीएस अकेडमी महिदपुर, इम्पीरियल इंटरनेशनल स्कूल खाचरौद तथा सेंट मार्टिन स्कूल बड़नगर के नाम सामने आए है। मुद्दा यह है कि उज्जैन कलेक्टर ने जिस तरह से निजी स्कूलों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए 2-2 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है उस तर्ज़ पर रतलाम जिला प्रशासन एवं स्कूली शिक्षा विभाग कब कार्यवाही करेगा? रतलाम में भी कमोबेश यही हालात है। अभिभावकगण आर्थिक बोझ से परेशान है। एक बड़े स्कूल के बारे में शिकायत यह है कि यहाँ प्रत्येक वर्ष सिलेबस में कुछ महंगी किताबे बदल जाती है। एक सप्ताह में पहनने के लिए तीन तीन तरीके की यूनिफॉर्म खरीदनी पड़ती है|