News By – नीरज बरमेचा
सरकार बदल गयी लेकिन भ्रष्टाचार कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है, अब ये कम होगा या ज़्यादा ये तो आने वाले कुछ महीनो में पता चल ही जाएगा| एक कहावत है की ‘पकड़े जाओ तो चौर वरना साहूकार’| कुछ ऐसा ही हाल हमारे मध्यप्रदेश का है| एक भी सरकारी विभाग शायद ऐसा नहीं बचा है जहा बिना लेंन देन जनता का काम हो सके| भ्रष्टाचार के मामले को लेकर ऐसा ही कुछ नज़ारा आज जनता के सामने आया|
रतलाम जिले के सैलाना में लोकायुक्त पुलिस के दल ने गुरुवार सुबह एसडीएम के रीडर मनीष विजयवर्गीय को तीन हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार हरिवल्लभ बामनिया ने नलकूप खनन के लिए अनुमति लेना चाही थी। मनीष ने उससे नलकूप खनन की अनुमति देने के लिए 5 हजार की रिश्वत की मांग की थी। बाद में तीन हजार में मामला तय हुआ है।हरिवल्लभ ने इसकी शिकायत लोकायुक्त उज्जैन को की थी। गुरुवार सुबह लोकायुक्त का दल सैलाना पहुंचा। हरिवल्लभ द्वारा मनीष को रुपये दिए गए। तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया।