सड़क सुरक्षा सप्ताह! जिम्मेदारी या महज खानापूर्ति?

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News By:- विवेक चौधरी (ब्यूरो चीफ़)

रतलाम आज से सभी जगह के साथ-साथ रतलाम में भी सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाएगा। 1 सप्ताह यातायात से संबंधित व्यवस्थाओं एवं सुरक्षाओं के लिए पुलिस एवं प्रशासन की तरफ से जन जागरूकता और विभिन्न में कार्यवाही की जाएगी। आयोजन होंगे। लेकिन बड़ा प्रश्न यह है कि यह सड़क सुरक्षा सप्ताह मात्र कागजी खानापूर्ति तो नहीं? क्योंकि यदि आज सुबह जिला प्रशासन के आला अधिकारियों की उपस्थिति में इसका उद्घाटन हुआ है तो इसका असर शहर में भी नजर आना चाहिए था। लेकिन जब न्यूज़ इंडिया 365 ने जब शहर का जायजा लिया तो यातायात के हाल-चाल खस्ता नजर आए। शहर के विभिन्न चौराहों पर तथा सड़को पर वाहन जगह घेरे हुए खड़े थे। तथा छोटे बड़े वाहन मनमर्जी दिशाओं से चले आ रहे थे। स्कूलों के बच्चे दो पहिया वाहन चलाते घूमते हुए नजर आ रहे थे। तथा वाहन चालकों में व्यवस्था का भय लेश मात्र भी नजर नहीं आया। यद्यपि इसकी प्राथमिक जिम्मेदारी है इन वाहन चालकों की ही होती है लेकिन व्यवस्था का भय दिखाना पुलिस एवं प्रशासन का कार्य होता है।

शहर के दो बत्ती चौराहे को छोड़कर किसी भी अन्य जगह पर यातायात के नियमों का पालन करते ना तो पुलिस कर्मचारी नजर आए और नहीं वाहन चालक नियमों का पालन कर रहे थे। शहर के हृदय स्थल डालू मोदी चौराहे तथा गणेश देवरी चौराहे पर चारों दिशाओं से वाहन आ जा रहे थे। विभिन्न जगहों पर सड़क के किनारे सब्जी वाले रोजमर्रा की तरह बैठे हुए थे। स्कूली बच्चों को ले जाने वाले ऑटो रिक्शा हर बार की तरह ही बच्चों से ओवरलोड नजर आ रहे थे। स्कूली बच्चे भी यूनिफॉर्म में दो पहिया वाहन पर घूम रहे थे। स्टेशन रोड की एचडीएफसी बैंक वाली गली हमेशा की तरह दुपहिया वाहनों से भरी हुई थी। वहीं महलवाड़ा के मुख्य द्वार के वाहन लेकर भीतर गुजरना अभी भी उतना ही कला कौशल का मामला है जितना पहले हुआ करता था। कमोबेश पूरे शहर में यही हालात नजर आए। देखना यह होगा कि जिला कलेक्टर महोदय द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह पर 4-4 ट्वीट करने के बाद जिला प्रशासन इस विषय पर कितना गंभीर है। पुलिस कप्तान से अपने आने के बाद जो माहौल यातायात के लिए बनाया था, क्या वी सड़क सुरक्षा सप्ताह में भी अपना असर शहर की जनता पर छोड़ेगा?