22 फरवरी को रतलाम जिले के नामली में प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के मुख्य आतिथ्य में आयोजित जय किसान फसल ऋण माफी योजना के लाभ वितरण कार्यक्रम का रतलाम जिले के तीनों भाजपा विधायक चेतन्य काश्यप, डॉ. राजेन्द्र पाण्डेय, दिलीप मकवाना व जिलाध्यक्ष ठा. राजेन्द्रसिंह लुनेरा द्वारा बहिष्कार करने की घोषणा की गई है। तीनो विधायकों द्वारा संयुक्त रूप से बताया गया कि रतलाम जिले में हजारों की संख्या में किसानों की फसलें पाला गिरने के कारण नष्ट हुई है। किसानों को उचित मुआवजा दिलाने के लिए भाजपा का प्रतिनिधि मण्डल मुख्यमंत्री से मुलाकात करना चाहता था, लेकिन सम्मानजनक प्रत्युत्तर नहीं दिया गया।
भाजपा के लोकसभा मीडिया प्रभारी अरूण राव ने बताया कि रतलाम जिले में प्रशासन ने जय किसान फसल ऋण माफी योजना के क्रियान्वयन के लिए जो समिति बनाई है, उसमें भी जनप्रतिनिधियों को स्थान नहीं दिया गया है। वास्तव में सरकार केवल किसानों की कर्ज माफी का दिखावा कर रही है, जबकि पिछली भाजपा प्रदेश सरकार द्वारा भावान्तर योजना के अंतर्गत किसानों को 500 रूपए प्रति क्विंटल के मान से दी जा रही आर्थिक सहायता भी बंद कर दी गई है।
राव ने आरोप लगाया कि किसानों की ऋण माफी के नाम पर सहकारी बैंकों से ऋण लेने वाले किसानों का मात्र 50 प्रतिशत ऋण माफ किया गया है, शेष 50 प्रतिशत ऋण कृषकों के अंशदान से लेना निर्धारित किया है, जो कृषकों व सहकारी आंदोलन को कमजोर करेगा। प्रदेश सरकार ने पूर्व भाजपा सरकार द्वारा स्वीकृत किए गए विकास कार्यों को भी बंद कर दिया है। इससे साफ होता है कि प्रदेश कांग्रेस सरकार किसान व विकास विरोधी मानसिकता रखती है।