संदिग्ध हालात में LED टीवी से भरे हुए ट्रक के जलने वाली गुत्थी सुलझी। जानिए क्या है पुलिस का खुलासा….?

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News By:- विवेक चौधरी (रतलाम ब्यूरों चीफ़)

रतलाम के इन दिनों में रतलाम के फोरलेन बायपास पर एक LED टीवी से भरा कन्टेनर ट्रक जली हुई अवस्था मे मिला था। यह ट्रक दिल्ली से हैदराबाद, बैंगलोर तक करीब 45 लाख कीमत की LED टीवी की डिलीवरी देने जा रहा था। पुलिस को मामला प्रथम दृष्टया संदिग्ध लगा था। उन्होंने ट्रक मालिक को सूचना दी। जिसके बाद राजेश पिता रामलाल  निवासी बीजवासन रोड कापसहेड़ा दिल्ली ने रतलाम के औद्योगिक थाने पर इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई थी। फरियादी के अनुसार 25 मार्च को नई दिल्ली से ट्रक को चालक सुंदरसिंह पिता विजयपाल सिंह निवासी मेवला गोपालगढ, गौतमबुद्ध नगर (उ.प्र.) LED टीवी से भरा ट्रक लेकर निकला था। ट्रक उनकी कंपनी गोदारा रोडवेज प्राइवेट लिमिटेड ने कार्गो मूवर्स से लिया है। ट्रक में 45 लाख रुपए की LED टीवी भरी हुई थी, जिनकी डिलीवरी हैदराबाद, बैगलोर और कोयंबटूर में करनी थी। परंतु 29 मार्च को सुबह करीब 6 बजे ड्राईवर सुदंर ने दूसरे ड्राइवर प्रदीप के मोबाइल से कंपनी में फोन किया। उसने कंपनी के कर्मचारी अनीश कुमार यादव को बताया कि ट्रक में रतलाम बायपास पर घटला ओवरब्रिज के समीप आग लग गई है। आग लगने से ट्रक में रखी LED भी जल गई हैं। फरियादी राजेश  ट्रक में आग लगने की सूचना पर स्वयं कार्गो मूवर्स के अनीश यादव के साथ रतलाम पंहुचे। जहां घटला ब्रिज के पास ही उन्होंने जली हुई अवस्था में ही खडा ट्रक भी पाया। ट्रक में करीब 80 से 100 LED जली हुई अवस्था में दिख रही थी, लेकिन इससे कहीं ज्यादा LED गायब थी। राजेश ने इसके बाद रिपोर्ट दर्ज कराई कि ड्राइवर ने ही संभवत: ट्रक से निकालकर LED टीवी गायब कर दी और अपनी चोरी छुपाने के ईरादे से उसने ट्रक में भी आग लगा दी ताकि मामले का पता न चलें। पंरतु जब उसे जली हुई अवस्था में LED कम दिखी तो वह ट्रक छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर ड्राइवर  के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरु कर दी थी।

पुलिस को मिली सफलता
सोमवार को एसपी गौरव तिवारी ने ओद्योगिक क्षेत्र थाने पर पत्रकार वार्ता कर मामले का खुलासा किया। पुलिस के अनुसार उक्त मामले में पुलिस ने ट्रक ड्राइवर सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने अपने महंगे शौक पूरा करने और माल हड़पने की नियत से  ट्रक में से कुछ LED टीवी निकालकर उसे जला दिया और बाकि ठिकाने लगाने के लिए गायब कर दिया। साथ ही मामले को दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया। पुलिस ने  ग्रेटर नोएडा स्थित ट्रक ड्राइवर के घर से LED टीवी बरामद कर ली है। इस मामले में ट्रक ड्राइवर सुंदर पिता विजय सहित चार आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। जिनमें पंकज पिता ब्रजमोहन, गुड्डू पिता जगदीश और रिंकू पिता मूलचंद सभी निवासी उत्तर प्रदेश शामिल है। एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि हाईवे पेट्रोलिंग करने वाली पुलिस टीम से खड़े ट्रक ड्राइवर से पूछताछ भी की थी। लेकिन तब स्थिति सामान्य दिखी तो हिदायत देकर छोड़ दिया था। पुलिस के जाने के बाद घटना को अंजाम दिया गया था।

इस प्रकार की थी वारदात
पुलिस के अनुसार ट्रक ड्राइवर LED टीवी से भरा कंटेनर लेकर दिल्ली से निकला था। चालक ने कंटेनर में से कुछ LED टीवी ग्रेटर नोएडा स्थित अपने घर में छिपा दी थी और शेष टीवी से भरा ट्रक लेकर निकल गया था।  रतलाम के फोरलेन बायपास पर घटला ब्रिज बीच के पास आरोपी ने  दुर्घटना का रूप देते हुए कंटेनर के केबिन और कंटेनर में आग लगा दी थी, जिससे ऐसा लगे कि सारा माल दुर्घटना में जल गया। आग लगाने के बाद ड्राइवर सुंदर अपने तीन साथियों साथ एक कार से निकलकर फरार हो गया था। लेकिन रतलाम के फायर ब्रिगेड द्वारा समय पर आग बुझा देने से पूरा माल नहीं जल सका। जिसकी वजह से फरियादी राजेश को कंटेंनर देखने से यह पता चल गया कि सभी LED टीवी नही जले थे। कुछ गायब भी है। इसके पश्चात फरियादी ने आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

ऐसे सुलझी वारदात की गुत्थी
एसपी गौरव तिवारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएसपी मान सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में और औद्योगिक क्षेत्र टीआई शर्मिला चौहान के नेतृत्व में टीम का गठन किया। विवेचना के दौरान पुलिस को ट्रक हरियाणा के तिरुपति फिलिंग स्टेशन और सहारनपुर टोल नाके से सीसीटीवी फुटेज और आरोपीयों के फोटो प्राप्त हुए। फुटेज में वारदात में प्रयुक्त कार भी दिखी थी जिसमे आरोपियों को देखा गया था। साइबर सेल द्वारा ट्रक में लगे जीपीएस रिकॉर्ड को भी चेक किया गया था। प्राप्त जानकारियों के आधार पर पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस ने कंटेनर से निकाले गए LED टीवी को भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने वारदात में उपयोग में लाई गई कार भी जप्त कर ली है।

इन पुलिस कर्मचारियों की रही विशेष भूमिका
मामले के खुलासे में एसआई शिवमंगल सिंह सेंगर, जितेन्द्रसिंह जादौन, आनंद बागवान, आरक्षक संजय आंजना, दीपक सिंह, अमित यादव, बलराम पाटीदार, विपुल भावसार और साइबर सेल की विशेष भूमिका रही। एसपी गौरव तिवारी ने टीम को  10 हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है।