सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने बढ़ाई सक्रियता, आरोपियों का निकाला जुलूस और मिली बाल अपचारियों से पूछताछ की अनुमति

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News By – विवेक चौधरी

(www.newsindia365.comरतलाम। विगत दिनों एक नाबालिग छात्रा के सामूहिक दुष्कर्म एवं ब्लैकमेलिंग की खबर से पूरा शहर सकते में आ गया था। मामले के प्रकाश में आने के साथ ही पूरे शहर में आक्रोश फैल गया था। तथा प्रभावी विरोध प्रदर्शन भी हुए थे। पुलिस की कुछ कार्यवाहियों के प्रति जनता की नाराज़गी भी रही। लेकिन अब ऐसा लगता है कि पुलिस इस मामले में पूरी सक्रियता के साथ जुट गई है। होटल आशीर्वाद को सील करने तथा आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर गहन तफ्तीश प्रारंभ कर दी गई है।

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पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाते हुए न्यायालय से बालअपचारी से पूछताछ के लिए विशेष अनुमति ली है। बताया जा रहा है कि प्रदेश में इस प्रकार की अनुमति का यह पहला मामला है। चूंकि मुख्य आरोपी नाबालिग थे और नाबालिग के पुलिस रिमांड का कोई प्रावधान नहीं होने से समस्या आ रही थी। सूत्रों के अनुसार सामूहिक दुष्कर्म मामले में कई अनुत्तरित प्रश्न पुलिस के सामने आए है, जिसके समाधान आवश्यक है। इस संबंध में रतलाम पुलिस और अभियोजन ने नाबालिग आरोपियों से पूछताछ के लिए न्यायालय से अनुमति चाही थी। सोमवार को न्यायालय में लंबी बहस के पश्चात ने 8 घंटे तक की पूछताछ और साक्ष्य संकलन की अनुमति पुलिस को मिली है। उल्लेखनीय है कि घटना में अपराध का तरीका किसी बाल अपचारी की तरह ना होकर एक शातिर अपराधियों जैसा था। साथ ही इसमें वयस्क आरोपियों का सहयोग, लापहरवाही एवं रजामंदी भी थी। पूछताछ की अनुमति मिलना पुलिस एवं अभियोजन के पक्ष में एक बड़ी सफलता है। इससे जाँच में आसानी होगी।

इसी बीच वारदात के 5 आरोपियों का रतलाम पुलिस ने जुलूस निकाल दिया। थाना औद्योगिक क्षेत्र से मेडिकल के लिए ले जाते समय सभी वयस्क आरोपियों को पुलिस आधे मार्ग से पैदल जुलूस के रूप में लेकर गई। बताया जा रहा है कि पुलिस वाहन मार्ग में खराब हो गया था। वैसे अनेक बार अपराधियों को भय दिखाने और कड़ा संदेश देने के लिए पुलिस इस प्रकार पैंतरा उपयोग में लाती है। आरोपियों की सुरक्षा के लिए जुलूस में पर्याप्त सुरक्षा बल था। आरोपियों को नकाब पहनाकर रखा गया था। पुलिस के और अधिक सक्रिय हो जाने से तथा आरोपियों के जुलूस निकालने से आक्रोशित जनता को भी थोड़ी बहुत राहत मिली है। बाल अपचारियों से पूछताछ की अनुमति मिलने से भी लोगों में पुलिस की तरफ से गम्भीरता का संदेश गया है। पुलिस 1 अक्टूबर को नाबालिग आरोपियों को 8 घंटे की पूछताछ के लिए लाएगी।