सिद्ध आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर सैलाना राजपरिवार के कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

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News By – विवेक चौधरी (रतलाम ब्यूरों प्रमुख)

रतलाम। सोमवार को आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक एवं प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर रतलाम जिले के सैलाना में पधारें। वे सैलाना राज परिवार के एक धार्मिक अनुष्ठान में सम्मिलित हुए तथा आसपास के अनेक जिलों से आए उनके अनुयायियों एवं श्रद्धालुओं को दर्शन दिए। रतलाम, बाँसवाड़ा, मंदसौर, नीमच, उज्जैन, इंदौर, धार इत्यादि जिलों से बड़ी संख्या में उनके भक्त उनके दर्शन के लिए सुबह से सैलाना पहुँच गए थे। प्रदेश सरकार की ओर से उन्हें राजकीय अतिथि का दर्जा दिया गया था। डीआईजी गौरव राजपूत तथा कलेक्टर रुचिका चौहान ने श्री श्री रविशंकर का स्वागत किया। अल्प प्रवास पर आए श्री श्री रविशंकर सैलाना राजपरिवार के एक यज्ञ अनुष्ठान में सम्मिलित हुए। दक्षिण भारत से आये आचार्यों द्वारा यज्ञीय अनुष्ठान सम्पन्न करवाया गया। तथा उनकी संस्था से जुड़े से संगीत टीम ने सुमुधर स्वर में भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी।
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भक्तों को दर्शन देने के पश्चात आगामी पड़ाव की ओर जाने की पूर्व हेलीपैड पर मीडिया से मुखातिब होते हुए श्रीराम जन्मभूमि मुद्दे पर श्रीश्री रविशंकर ने कहा सर्वोच्च न्यायालय से जो भी निर्णय आएगा वह संतुष्टि कारक होगा तथा सभी को संयम पूर्वक फैसले का स्वागत करना चाहिए। जो भी होगा वह अच्छा ही होगा। प्रदेश में अंडे पर हो रही राजनीति पर पूछे गए सवाल के जवाब में आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि पूरा विश्व शाकाहार की ओर जा रहा है। अब तो ऐसे शोध भी सामने आ रहे हैं कि शाकाहार ही उत्तम आहार है। ऐसे में बच्चों को अंडे परोसने के निर्णय पर पुनर्विचार होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि श्री श्री रविशंकर श्रीराम जन्मभूमि विवाद को सुलझाने का प्रयास करने वाले मध्यस्थता दल के एक प्रमुख सदस्य थे। तथा उनकी संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के बड़ी संख्या में अनुयायी है। जो उनके बताए गए आध्यात्मिक समाधान एवं मार्गदर्शन में विभिन्न गतिविधियाँ संचालित करते है।