सरस्वती शिशु मंदिर के स्वर्णिम उत्सव एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का समापन

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News By – Neeraj Barmecha

किसी संसथान के 50 वर्ष पूर्ण होना व निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर होना उल्लेखनीय विषय है | स्वत्रंता के पश्चात् छोटे स्तर से प्रारंभ विद्या भारती अखिल भारतीय संस्थान से संबंधित सरस्वती शिशु मंदिर एक बहुत बड़ा स्वरुप बन चूका है | जिसमे शिक्षा के साथ संस्कृति के अनुरूप संस्कार, अच्छे नागरिक का निर्माण, परिवारभाव, समाज में सहभागिता आदि से विद्यार्थियों को परिपूर्ण करने का प्रयास किया जाता है |

उक्त बात स्वर्ण जयन्ती मना रहे सरस्वती शिशु मंदिर, रतलाम के तीन दिवसीय स्वर्णिम उत्सव व प्रतिभा सम्मान समारोह के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पधारे विधान सभा क्षेत्र के रतलाम शहर के विधायक चेतन काश्यप ने कहे | कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विद्या भारती मालवा प्रान्त के संगठन मंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सन 1969 से समाज के विभिन्न क्षेत्रो में सरस्वती शिशु मंदिर ने डॉक्टर, इंजीनियर, सीए व प्रशाशनिक अधिकारी के रूप में इक अच्छा नागरिक व देशभक्त भी दिया है |

विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा के जीवन में बड़े अधिकारी बने पर देशभक्त अवश्य बने | मंच पर प्रांतीय कोषाध्यक्ष श्री गोपाल काकानी, सरस्वती शिशु शिक्षा समिति अमृत सागर के अध्यक्ष रामेश्वर पाटीदार शोभायमान थे | जिला प्रतिनिधि विरेन्द्र वाफगांवकर भी इस अवसर पर उपस्थित थे | प्रचार प्रसार प्रमुख अनु वार्ष्णेय ने जानकारी देते हुआ बताया कि कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों ने द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया | तत्पश्चात संगीत महा विद्यालय की और से सरस्वती वंदना की गई| अतिथियों का स्वागत उपाध्यक्ष गुमानमल नाहर, भगत सिंह सांखला, कोषाध्यक्ष सुनील लाठी, सचिव रशेष राठौर ,राकेश नेमानी, सह सचिव मणिभद्र कटारिया, तपस्वी शर्मा, विरेन्द्र सकलेचा, प्राचार्य गोपाल शर्मा, प्रधानाचार्य अंतिम वर्मा, अनिता जैन आदि ने किया | अतिथि परिचय प्राचार्य जितेन्द्र तिवारी ने किया | विद्यालय वृत्त का वाचन स्वर्णिम उत्सव संयोजक व सरस्वती शिशु शिक्षा समिति के सचिव शैलेन्द्र सुरेका ने किया | समिति के उपाध्यक्ष गुमानमल नाहर की और से आचार्य सम्मान की सूची का वाचन समिति के अध्यक्ष सुरेन्द्र सुरेका ने किया | इस अवसर पर विधायक चेतन्य फाउन्डेशन की ओर से बोर्ड परीक्षा में अधिकतम अंक प्राप्त करने वाले व विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने वाले भैया/बहिनों को पुरुस्कृत किया गया | विद्यालय रत्न प्रियांशी धीरज व्यास व कृति रुपेश व्यास को दिया गया | इस अवसर पर विभिन्न महापुरुष , झासी की रानी लक्ष्मीबाई, दुर्गावती, विवेकानंद, शिवाजी, सुभाषचन्द्र बोस, माँ सरस्वती व भारतमाता के स्वरुप के साथ भैया/बहिन, घोष, भगवाध्वज व तिरंगे के साथ भव्य व विशाल शोभायात्रा का नगर में भ्रमण किया | जिसमे लगभग 1500 विद्यार्थी व पूर्व छात्र सम्मिलित हुए | कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन सचिव रशेष राठौर ने किया संचालन श्रीमती शीला सोन ने किया कार्यक्रम के अंत में वन्दे मातरम् श्रीमती मंदाकिनी चितले ने किया | इस अवसर पर ग्रामीण शिक्षा के जिला अध्यक्ष प्रकाश मूणत, महेश गुप्ता, प्रांतीय कम्पुटर शिक्षा प्रभारी महेंद्र चन्देल, समिति सदस्य मनीष सोनी, महेश लोखंडे, ब्रजेन्द्र नन्दन मेहता, कृष्णगोपाल अग्रवाल, आशीष मित्तल, राजेश कटारिया आदि उपस्थित थे |