कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने एक वर्ष मे शराब माफियाओं को संरक्षण देने का काम किया – डामोर

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भाजपा के प्रदेशव्यापी प्रदर्शन के आह्वान पर शुक्रवार को रतलाम में जिला भाजपा द्वारा प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश सरकार द्वारा किसानों एवं युवाओं से वादाखिलाफी, माफिया के नाम पर आम जनता को परेशान करने, जनविरोधी शराब नीति, प्रदेश सरकार की दमनकारी नीति, राजगढ़ सहित प्रदेश में अधिकारियों के भेदभाव पूर्ण रवैये, सागर में दलित युवक की हत्या इत्यादि विभिन्न मुद्दों पर यह विरोध रहा। विरोध प्रदर्शन को रतलाम झाबुआ के सांसद गुमान सिंह डामोर, शहर विधायक चैतन्य कश्यप, ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना, जावरा विधायक राजेंद्र पांडे, सैलाना से पूर्व विधायक संगीता चारेल, आलोट के पूर्व विधायक जितेंद्र गहलोत, पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा, पूर्व जिला अध्यक्ष बजरंग पुरोहित, किसान नेता ईश्वर लाल पाटीदार, भाजपा नेता मनोहर पोरवाल, प्रदीप उपाध्याय इत्यादि ने सम्बोधित किया। प्रदर्शन में पूर्व महापौर शैलेंद्र दादा, पार्षद सीमा टांक, गोविंद काकानी, अरुण राव, निलेश गांधी सहित बड़ी संख्या में जिले से भाजपा कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे। राजेन्द्र सिंह लुनेरा ने राज्यपाल के नाम दिए गए ज्ञापन का वाचन किया। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ज्ञापन के लिए नहीं आने की वजह से कुछ देर के लिए भाजपा नेता आक्रोशित हो गए थे किंतु बाद में प्रशासन की और से ज्ञापन लेने एडीएम जमुना भिड़े तथा एएसपी इंद्रजीत बाकलवार उपस्थित हुए। पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा का कड़ा इंतजाम किया गया था तथा बड़ी संख्या में पुलिस बल को भी तैनात किया गया था।

भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस की सरकार पर आरोप लगाया गया कि माफियाओं पर कार्यवाही के नाम पर तथा एम ओ एस के नाम पर शहरी क्षेत्र में आम जनता पर आतंक मचाया जा रहा है। सरकार प्रदेश को शराब माफियाओं के हाथ में देने जा रही है। किसानों को कर्ज माफी का वादा लेकर सरकार में आए हैं लेकिन किसानों की समस्याओं का निदान नहीं हो रहा है। भावंतर तथा कर्जमाफी जैसे मुद्दों पर किसानों को परेशान किया जा रहा है। युवाओ को बेरोजगारी भत्ते का वादा किया गया था लेकिन वह भी पूरा नहीं हुए। जनहितैषी योजनाएं बन्द हो रही है। नेताओं ने चेतावनी दी कि भाजपा का जन्म ही संघर्ष के लिए हुआ था और भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश सरकार की दमनकारी नीतियों से डरने वाली नहीं है।