COVID19- शासन प्रशासन की मानवीय पहल, अपने मूल निवास स्थान जाने वालों को पहुंचाया जा रहा है…

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News by – विवेक चौधरी

विगत 22 मार्च से सम्पूर्ण देश लॉक डाउन की अवस्था मे है। अनेक जगहो पर कर्फ्यू भी लगाया गया हैं। इस मामले में रतलाम जिले कि स्थिति देखी जाए तो यहाँ अभी मात्र लॉक डाउन की ही स्थिति है। साथ ही अभी तक मिली सूचना के अनुसार जिले में कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज भी नहीं मिला है। यद्यपि स्थिति नियंत्रण में है तथापि जिला प्रशासन किसी तरह की कोताही बरतने को तैयार नहीं है। लॉक डाउन के शुरुआती सख्ती के पश्चात पुलिस और प्रशासन का मानवीय पक्ष भी सामने आया है। सामाजिक संस्थाओं के सहयोग एवं साथ मिलकर प्रशासन निर्धन, निराश्रितों एवं जरूरतमंदों को भोजन एवं अन्य मदद भी पहुंचा रहा है। इस कार्य मे प्रशासन और पुलिस दोनों ही सक्रिय रूप से सम्मिलित है। सामाजिक संस्थाओं द्वारा अपने स्तर पर सहयोग दिया जा रहा हैं। इस कार्य मे मीडया की भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मीडियाकर्मियों द्वारा मदद के लिए आवश्यक जगहों की चिन्हित कर सूचना दी जा रही है जिस पर प्रशासन कार्यवाही कर रहा है। साथ ही बाहर से जिले में आने और जाने वाले व्यक्ति भी बड़ी संख्या में सामने आ रहे है। ट्रैन और बस परिवहन के बन्द होने से कई लोगो द्वारा पैदल यात्रा की भी खबर आती रही है। वही अब शासन अपने मूल स्थान लौटने को इच्छुक लोगों के लिए मदद कर रहा है।

जिला प्रशासन द्वारा लॉक डाउन के दौरान अन्य जिलों में रह रहे अथवा फंसे रतलाम वासियों को उनके रतलाम आने पर उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जिले के अनेक आदिवासी एवं अन्य लोग रतलाम से बाहर अपनी आजीविका के लिए रहते है, जो अब लंबे लॉक डाउन की आशंका में घर लौट रहे है। जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात्रि से शनिवार सुबह तक लगभग 600 यात्रियों को 20 तूफान गाड़ियों तथा बसों से रतलाम जिले के विभिन्न स्थानों पर उनके घरों तक पहुंचाया गया है। इनकी स्क्रीनिंग और भोजन इत्यादि की भी व्यवस्था की गई थी। कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया कि इनमें वे लोग भी सम्मिलित है जो रतलाम में रहते थे और वे अपने गांव, घर जाना चाहते थे। उन्होंने बताया कि रतलाम जिले में लॉक डाउन के दौरान फंसे अन्यत्र जिलों के व्यक्तियों को निरंतर उनके घरों की ओर रवाना किया जा रहा है। शनिवार सुबह 11:30 बजे तक 1100 से अधिक व्यक्तियों को 22 यात्री बसों द्वारा उनके अपने घरों की ओर रवाना किया गया हैं। यह व्यवस्था निशुल्क रूप से उपलब्ध कराई गई थी। जिला प्रशासन द्वारा भिंड, ग्वालियर, झांसी (उ.प्र.) राजस्थान के बांसवाड़ा, अजमेर एवं प्रदेश के ही अलीराजपुर, झाबुआ, उज्जैन, इंदौर, भोपाल, राजगढ़ आदि स्थानों के व्यक्तियों को उनके अपने घरों के लिए रवाना किया गया। कलेक्टर ने आग्रह किया है कि जो लोग बाहर के है और यहाँ सुरक्षित है, कुशलपूर्वक है वे अपने बाहर जाने का प्रयास ना करें और घर पर ही रहें। महू रोड स्थित रोडवेज़ बस स्टैंड पर बाहर जाने वालों की व्यवस्था की गई थी। इस दौरान पुलीस कप्तान गौरव तिवारी भी वही उपस्थित थे और स्वयं व्यवस्था का जायजा लेते रहे।

जिला प्रशासन द्वारा जारी जानकारी

जिला प्रशासन द्वारा लॉक डाउन के दौरान पीड़ित निर्धन व्यक्तियों को भोजन पहुंचाने के लिए व्यवस्था की गई है। इस संदर्भ में प्रशासन द्वारा महेश कुमार चौबे 9425359034 , विजय सिंह रघुवंशी, जोएल कटारा 9424868800 , महेश पोरवाल 9977167429 से संपर्क करने का आग्रह किया गया है। इसके अलावा निराश्रितों एवं जरूरतमंदों के भोजन व्यवस्था हेतु सामग्री दान एवं सहयोग करने के लिए इच्छुक व्यक्ति/ संस्थाओं को 0741-2270404 एवं राशि दान करने के लिए 9407020710 पर सम्पर्क करने का आग्रह किया गया हैं।

रतलाम में फंसे हुए लोगो के लिए कॉल सेंटर

कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया कि रतलाम में फंसे हुए लोगों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए कॉल सेंटर बनाया गया है। जहाँ पर आरसी तिवारी 9827049178 , सर्वेश माथुर 9826679129 , जितेंद्र चौहान 9424527260 , रमेशचंद्र जायसवाल 7974721433 , बीएल पांचाल 6261960116 , दीपेंद्र सिंह ठाकुर 9827322921 तथा गोपाल उपाध्याय 982771835 7 की ड्यूटी लगाई गई है। उपरोक्त व्यक्तियों से उनके मोबाइल नंबर पर सम्पर्क किया जा सकता है तथा व्हाट्सएप पर अपने आवेदन भेजे जा सकते हैं।