कोरोना काल में मास्क निर्माण कर कोरोना योद्धा भूमिका का निर्वाह कर रही है समूह की महिलाएं

0

News by- नीरज बरमेचा 

रतलाम 06 जुलाई 2020/ कोरोना काल में मास्क पहनने  की उपयोगिता से सभी भलीभांति वाकिफ है। रतलाम जिले में मास्क की पूर्ति में बड़ी भूमिका निभाई है जिले के स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने, इन महिलाओं ने बड़ी मात्रा में अपने घर पर मास्क का निर्माण करके कोरोना योद्धा का दायित्व निर्वाह किया है।

मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिले के शिवगढ़ के स्वयं सहायता समूह काफी समय से मास्क निर्माण में बड़ी मेहनत के साथ कार्य कर रहा है। समूह की महिलाओं द्वारा लगभग 26,000 मास्क सिले जा चुके हैं जो लोगों को कोरोना से बचाने  में काम आ रहे हैं। राधाकृष्ण स्वयं सहायता समूह की सलमा मेव ने अकेले ही 4000 मास्क सिले हैं। सिलाई में दक्ष सलमा द्वारा कोरोना के आरंभ से ही अपने परिवार के लिए मास्क बनाने का कार्य शुरू कर दिया था। साथ ही अपने समूह के सदस्यों को भी मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया। धीरे-धीरे जागृति के फलस्वरुप और शासन की योजना के तहत स्वयं सहायता समूह के अन्य सदस्यों द्वारा मास्क बनाने के काम को हाथ में लिया गया। आजू-बाजू की ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिवों द्वारा इनसे संपर्क किया जाकर सप्लाई ऑर्डर दिए गए।

आज शिवगढ़ के 7 स्वयं सहायता समूह कि 42 महिला सदस्यों ने 26000 मास्क बनाकर कोरोना काल में लोगों को संक्रमण से बचाने में अपना सराहनीय योगदान दिया है। समूहों द्वारा मास्क की कीमत 10 रूपए रखी गई है। अब तक समूहो की महिलाएं 2 लाख 60 हजार  रुपए के मास्क  विक्रय कर चुकी हैं।