चारों तरफ पानी ही पानी, लगातार वर्षा से नदी नालें उफान पर..

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News By – विवेक चौधरी

◆ जिले में अब तक 35 इंच से अधिक वर्षा
◆ 24 घंटों में पिपलौदा में 8 इंच से अधिक वर्षा

रतलाम 30 अगस्त 2020। मानसून की भारी बारिश ने पूरे प्रदेश को तरबतर कर दिया है। नर्मदा नदी पूरे उफान पर है और उस पर बने अधिकांश बाँध के गेट खोल दिए गए। पूरे प्रदेश से भारी से लेकर सामान्य वर्षा के समाचार है। नर्मदा, क्षिप्रा, पार्वती, चंबल, शिवना, माही सहित लगभग सभी छोड़ी बड़ी नदिया उफान पर है। जिले एवं संभाग तथा आसपास के जिलों में रपट की पानी बहने के लागातार समाचार प्राप्त होते रहे है। सोशल मीडिया पर विभिन्न जिलों के जल संग्रहण एवं पुल, रपट इत्यादि के फोटो वीडियो वायरल होते रहे।

रतलाम जिला भी पानी से तरबतर

रतलाम के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार वर्षा से जल संग्रहण एवं रपटों पर पानी बहने की सूचना प्राप्त हुई है। खेतो में पानी भर गए और फसलों के नुकसान की आशंका प्रबल होती जा रही है। जिले की माही सहित अन्य नदियों में जल स्तर एवं बहाव अपने शबाब पर देखा गया। नांदलेटा, खारवांकला, मंडावल में गांव में पानी भर गया। जहाँ समान पानी मे भीगने से नुकसान हुआ। सरवन में नदी में फसें कुछ लोगों को पुलिस एवं ग्रामीणों की मदद से बचाया गया। रतलाम शहर से सटे करमदी रपट, धामनोद के गंगायता रपट सहित अधिकांश रपट पर पानी बहता रहा। शनिवार दोपहर से शुरू हुई वर्षा 24 घण्टे तक लगातार बरसती रही। धौलावाड़ सहित अन्य जलाशय लबालब भर गए है।

रतलाम जिले के आँकड़े

जारी मानसून सत्र के दौरान जिले में 30 अगस्त की सुबह 8.00 बजे तक करीब 887.6 मिलीमीटर (35 इंच से अधिक) वर्षा औसत रूप से दर्ज की गई है। भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 अगस्त की सुबह 8.00 बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटों के दौरान पिपलौदा में 204 मिलीमीटर, सैलाना में 203 मिलीमीटर, ताल में 136 मिलीमीटर, रतलाम में 135 मिलीमीटर, जावरा में 124 मिलीमीटर, आलोट में 107 मिलीमीटर, बाजना में 91 मिलीमीटर तथा रावटी में 77 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। पिछले वर्ष आज दिनांक तक जिले में कुल 1115.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी।

धोलावाड़ डैम लबालब, दो गेट खोले गए

रतलाम में 29 अगस्त से हो रही वर्षा के कारण धोलावाड़ (सरोज सरोवर) डैम के दो गेट 30 अगस्त को खोले गए। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री आर.के. मालवीय ने बताया कि डैम के दो गेट एक-एक मीटर तक खोले गए ताकि अतिरिक्त पानी की निकासी की जा सके। डैम में कुल 6 गेट हैं, प्रत्येक गेट 5 मीटर तक खोला जा सकता है।